Wednesday, September 18, 2024

World Wide Web Day: पहले इंटरनेट बाद में रोटी,कपडा और मकान

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World Wide Web Day: 1 अगस्त ठीक 35 साल पहले WWW का जन्म हुआ। उस दिन से ये हमारे जीवन का एक ऐसा हिस्सा बना जिसके बिना शायद 1 दिन भी बिताना मुश्किल है।

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World Wide Web day 2024: आज की डिजिटल दुनिया में वर्ल्ड वाइड वेब यानी WWW शब्द को हर कोई जानता है। 1 अगस्त को पूरी दुनिया इस खास दिन को मानती है। आज ही के दिन इस शब्द का जन्म हुआ था। इसे कंप्यूटर वैज्ञानिक टीम बर्नर्स ली ने 1989 में बनाया था। इस दिन से इंटरनेट की पूरी दुनिया ही बदल गयी। इस ही दिन से इंसान डिजिटल का गुलाम बन गया।

आमतौर पर सर्वाइवल के लिए रोटी,कपडा और मकान चाहिए होते हैं लेकिन अब ये सब बाद में आता है और इंटरनेट पहले। आइये आज इस शुभ दिन पर आपको कुछ ख़ास बातें बताते हैं।

क्या है WWW

वर्ल्ड,वाइड,वेब एक माया जाल है जिस में इंसान फंस चुका है। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म या फिर कहें कि इंटरनेट पर ब्राउजर के माध्यम से आप जो भी डाटा एक्सेस करते हैं वो सभी वर्ल्ड वाइड वेब के अंदर ही आता है। कंप्यूटर की भाषामें समझें तो वर्ल्ड वाइड वेब ऑनलाइन कंटेंट या इंटरनेट कंटेंट का HTML (हाइपर टेक्स्ट मार्कअप लैंग्वेज) नेटवर्क है, जिसे हाइपर टेक्स्ट ट्रांसफर प्रोटोकॉल (HTTP) के जरिए एक्सेस करा जाता है।

इंटरनेट और WWW के बीच का अंतर जानें

कई लोग सोचते हैं कि ये दोनों एक है लेकिन ये दोनों टर्म्स एक दूसरे से बिलकुल अलग हैं। WWW ऑनलाइन पेजेज का पूरा एक ग्रुप है और इंटरनेट एक बड़ा नेटवर्क है जिसके जरिये दुनिया भर के सभी फ़ोन और डिवाइस जुड़े हैं। अगर सरल भाषा में कहे तो इंटरनेट एक प्लेटफार्म है और WWW इस प्लेटफार्म पर अवेलेबल डाटा है। ये दोनों एक दूर को पूरा करते हैं। अगर आपके पास एक भी ना हो तो आपके लिए इंटरनेट इस्तेमाल करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है।

कैसे इंटरनेट ने बनाया इंसान को अपना गुलाम

आप खुद जानते हैं कि इंटरनेट आपके लिए क्या है। ये ना हो तो आपको एक अजीब सी बेचैनी होने लगती है। आपको कुछ अधूरा सा महसूस होने लगता है अच्छा चलिए सोचिये आपके मोबाइल का रिचार्ज खत्म हो जाये तो आप क्या करेंगे, आप तुरंत अपना रिचार्ज करेंगे, एक दिन भी बिना रिचार्ज के काटना आपके लिए मुश्किल हो जायेगा।

बिना स्मार्टफोन्स और इंटरनेट के हमारे गले से खाना तक नहीं उतरता। सोशियल मीडिया की इतनी लत लग चुकी है की हर 5 मिनट में फ़ोन अपने आप खुल जाता है फिर चाहे इंसान कितना ही जरुरी काम क्यों ना कर रहा हो। एंटरटेनमेंट के लिए कोई सीरीज देखनी हो, या फिर कहें कि ऑफिशियल काम भी करना हो, तो इंटरनेट इंसान की सबसे पहली जरुरत बन गया है।

हाल ही में क्राउडस्ट्राइक होने की वजह से माइक्रोसॉफ्ट की सेवाएं 15 घंटे बंद हो गए। वो 15 घंटे ऐसे रहे जैसे मानो दुनिया रुक गयी हो। कई कंपिनयों में काम रुक गया, एयरलाइन्स का सारा का उथल-पुथल हो गया कहीं फ्लाइट्स डिले हुई तो कहीं कैंसिल। ट्रेडिंग रुक गयी।

ऐसे में इंटरनेट के बिना रहने का ख्याल तक हमें डरा देता है। ऐसे में अगर इंटरनेट रुक जाए तो ना जाने कितनी कंपनियां बंद हो जाएंगी। एक दूसरे से कनेक्टिविटी खत्म हो जाएगी। यहां तक की आजकल ज्यादातर सरकारी काम भी ऑनलाइन ही होने लगे हैं। ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि हम पूरी तरह से इंटरनेट के गुलामी की जंजीर में बंध चुके हैं।

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