हम सब सोचते हैं कि हमारा घर सबसे सुरक्षित जगह है, जहां हम बाहरी खतरों से दूर रहते हैं। लेकिन हाल के सालों में यह सोच बदल गई है।
अब खतरे सिर्फ बाहर नहीं, बल्कि हमारे घर के भीतर भी छिपे हुए हैं। खासतौर पर उस जगह में, जहां हम सबसे ज़्यादा निश्चिंत महसूस करते हैं, बाथरूम में।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि बाथरूम को हल्के में लेना बहुत बड़ी गलती हो सकती है। उन्होंने इसे “घर का सबसे खतरनाक कमरा” बताया है, जहां लोग अचानक बेहोश हो जाते हैं या उनकी मौत तक हो जाती है।
क्यों बाथरूम में बढ़ रहा है बेहोशी और मौत का खतरा?
विशेषज्ञों के अनुसार, बाथरूम में बैठते समय कब्ज या जोर लगाने की स्थिति में कई बार एक प्रक्रिया होती है जिसे ‘वाल्साल्वा मैन्युवर (Valsalva Maneuver)’ कहा जाता है।
इस दौरान व्यक्ति सांस रोककर जोर लगाता है, जिससे छाती में दबाव बढ़ जाता है। यह बढ़ा हुआ प्रेशर हार्ट तक ब्लड फ्लो को कम करता है, ब्लड प्रेशर अचानक नीचे चला जाता है, और दिमाग तक ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती। नतीजा….. बेहोशी या दिल का दौरा।
विशेषज्ञों का कहना है कि “आप सोचते हैं कि घर का सबसे खतरनाक कमरा किचन है, जहां चाकू या गैस होती है, या गैराज है जहां टूल्स रखे होते हैं। लेकिन असल में कई लोगों के लिए यह बाथरूम है।”
पहले से बीमार लोगों के लिए और ज़्यादा खतरा
यह स्थिति स्वस्थ लोगों के लिए भी खतरनाक है, लेकिन जिन लोगों को पहले से दिल की बीमारी (Heart Disease), एरिदमिया (Arrhythmia) या हार्ट फेल्योर जैसी समस्याएं हैं, उनके लिए यह जानलेवा साबित हो सकती है।
विशेषज्ञ बताते हैं कि,“हर साल हजारों लोग टॉयलेट पर बैठे-बैठे ही बेहोश हो जाते हैं या मर जाते हैं। क्योंकि कब्ज के दौरान जोर लगाने से सीने का प्रेशर बढ़ता है और ब्लड फ्लो रुक जाता है।”
जो लोग हार्ट की दवाओं की हाई डोज लेते हैं, उन्हें यह और भी ज्यादा प्रभावित कर सकता है।
कैसे करें इस खतरे से बचाव?
विशेषज्ञों के अनुसार, इस समस्या से बचने का सबसे अच्छा तरीका है कब्ज को रोकना। इसके लिए उन्होंने कुछ आसान लेकिन बेहद ज़रूरी उपाय बताए:
- डाइट में फाइबर बढ़ाएं – फल, सब्जियां और साबुत अनाज का सेवन करें।
- पर्याप्त पानी पिएं – डिहाइड्रेशन कब्ज को बढ़ाता है।
- रोजाना एक्टिव रहें – हल्की एक्सरसाइज भी पेट की मूवमेंट को बेहतर बनाती है।
- स्टूल सॉफ्टनर का इस्तेमाल करें – अगर कब्ज की समस्या बार-बार हो रही हो।
उन्होंने कहा कि क्रॉनिक कब्ज को नजरअंदाज न करें, क्योंकि यह सिर्फ एक असुविधा नहीं बल्कि एक साइलेंट किलर साबित हो सकता है।
हमारे घर का सबसे निजी हिस्सा — बाथरूम — अगर सावधानी न बरती जाए तो जानलेवा साबित हो सकता है। अगली बार जब आप वहां जाएं, तो ध्यान रखें कि शरीर पर जरूरत से ज्यादा दबाव न डालें और कब्ज को हल्के में न लें।