Rajasthan News: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा मकर संक्रांति के बाद अपने मंत्रिमंडल का पहला फेरबदल कर सकते हैं। पार्टी सूत्रों की मानें तो राजस्थान को लेकर एक्सरसाइज हो चुकी है। (Bhajanlal Sharma) भजन लाल शर्मा को अपने हिसाब से फेरबदल करने की छूट दे दी गई है। सूत्रों के अनुसार कुछ मंत्रियों के विभाग बदले जा सकते हैं। इसके साथ ही एक-दो मंत्रियों की छुट्टी कर उनकी जगह नए मंत्री बनाए जा सकते हैं। आलाकमान मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा की कार्यप्रणाली से काफी खुश है, इसलिए जो भी फेरबदल होगा उसमें सीएम की ही ज्यादा चलेगी। हालांकि इसी दौरान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव का भी कार्यक्रम जारी हो सकता है।
Table of Contents
राजस्थान को 30 जनवरी तक मिल सकता है नए अध्यक्ष
पार्टी इसी कोशिश में है कि 15 जनवरी तक आधे से ज्यादा राज्यों में प्रदेश अध्यक्षों के चुनाव पूरे करा लिए जाएं, जिससे राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव का कार्यक्रम जल्द से जल्द घोषित किया जा सके। (Rajasthan News) संकेत यही हैं कि 15 जनवरी के बाद कार्यक्रम घोषित कर दिया जाएगा और 30 जनवरी तक नए अध्यक्ष की घोषणा कर दी जाएगी। इस बीच राज्यों में मुख्यमंत्री अपनी सुविधा के अनुसार फेरबदल जैसे फैसले कर सकते हैं। मुख्यमंत्री शर्मा के लगातार दिल्ली दौरों से भी संकेत मिल रहे हैं कि संगठन के साथ सरकार में भी बदलाव हो सकते हैं।
अभी मदन राठौड़ के बदले जाने की संभावना नहीं
भाजपा के राजस्थान प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ पर जल्द से जल्द जिला और मंडल अध्यक्ष घोषित करने का दबाव है। उन्होंने घोषणाएं भी शुरू कर दी हैं। राठौड़ पिछले वर्ष ही प्रदेश अध्यक्ष बने हैं, इसलिए उन्हें नहीं बदला जाएगा। (Rajasthan News) हालांकि मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में नए प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किए जाएंगे। जहां तक राजस्थान का सवाल है तो दिल्ली में पहले से ही कई नेता जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। वे आगे भी जिम्मेदारी संभालेंगे। ऐसे में भाजपा की नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी में राजस्थान से एक-दो लोगों को मौका मिल सकता है। इसलिए सीएम शर्मा जब चाहें, तब अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल कर सकते हैं।
राजनीतिक नियुक्तियां भी होंगी राजस्थान में
भजनलाल शर्मा की सरकार के गठन को एक साल से ज्यादा हो गया है। मंत्रिमंडल में जगह खाली भी है। मंत्रिमंडल के पुनर्गठन के बाद राजनीतिक नियुक्तियां भी होनी हैं। (Rajasthan News) इसका कारण यह है कि संगठन के बाद सबकी आस राजनीतिक नियुक्तियों पर ही रहेगी। बोर्ड और निगम के साथ बड़ी संख्या में राजनीतिक नियुक्तियां होनी हैं, इसलिए अगर किसी प्रकार का कोई व्यवधान नहीं आया तो 14 जनवरी के बाद सीएम शर्मा अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल कर सकते हैं।
यह भी पढ़ें – Tirupati Temple: तिरुपति मंदिर में टिकट लेने को लेकर भगदड़, 6 की मौत