Saturday, December 6, 2025

जयपुर में सजा ‘मिनी-वृंदावन’: युवा कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा शर्मा का भव्य वैदिक विवाह

जयपुर में सजा ‘मिनी-वृंदावन’: जयपुर के ताज आमेर होटल में इन दिनों एक ऐसा विवाह समारोह देखने को मिला, जिसने परंपरा, अध्यात्म और आधुनिक वैभव—सभी को एक मंच पर जोड़ दिया। वृंदावन के प्रसिद्ध युवा कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और हरियाणा के यमुनानगर की शिप्रा शर्मा ने वैदिक रीति-रिवाजों के बीच सात फेरे लिए।

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होटल को खास तौर पर ब्रज की पावन भूमि की तर्ज पर सजाया गया था—कहीं वृंदावन, कहीं गोकुल, तो कहीं बरसाना और नंदगांव की झलक साफ दिखाई दे रही थी।

जयपुर में सजा ‘मिनी-वृंदावन’: देशभर के संतों और कथावाचकों की भव्य उपस्थिति

जयपुर में सजा ‘मिनी-वृंदावन’: इस विवाह को खास बनाने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका उन दिग्गज संतों और कथावाचकों की रही, जो नवदंपति को आशीर्वाद देने दूर-दूर से पहुंचे।

बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, मलूक पीठ के राजेंद्र दास महाराज, कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर, पुंडरीक गोस्वामी, संत अलबेली माधुरी शरण, और कई प्रमुख संत समारोह में मौजूद थे।

संगीत जगत से बी प्राक और कवि-वक्ता डॉ. कुमार विश्वास जैसे चेहरे भी समारोह की शोभा बने। कुमार विश्वास ने तो मजाक में यह तक कहा कि “अब शादी की बारी धीरेंद्र शास्त्री की है”, जिससे माहौल और हल्का-फुल्का हो गया।

100 ब्राह्मणों द्वारा सम्पन्न कराए गए वैदिक फेरे

जयपुर में सजा ‘मिनी-वृंदावन’: सुबह से शुरू हुए वैदिक विवाह में लगभग 100 वैदिक ब्राह्मणों ने पूरे अनुष्ठान को मंत्रोच्चार के साथ संपन्न कराया। ब्रज, काशी, उज्जैन और नासिक से आए आचार्यों ने फेरे की हर रस्म को शास्त्रोक्त पद्धति से निभाया।

इंद्रेश उपाध्याय हल्के गुलाबी शेरवानी में और शिप्रा शर्मा गोल्डन साड़ी में नजर आईं। सिंदूरदान के समय उपस्थित सभी मेहमानों द्वारा पुष्पवर्षा ने वातावरण को और पवित्र बना दिया।

जयपुर में सजा ‘मिनी-वृंदावन’: 250 बाउंसर, 2000 मेहमान और ताज आमेर में बना ‘मिनी वृंदावन’

जयपुर में सजा ‘मिनी-वृंदावन’: यह शादी साधारण नहीं थी। होटल परिसर को ‘मिनी वृंदावन’ का रूप देने के लिए रासलीला के दृश्य, ब्रज थीम कटआउट्स और रंग-बिरंगी पुष्प सजावट की गई थी।

लगभग 2000 मेहमानों के लिए सात्विक भोजन की व्यवस्था थी, जिसमें रबड़ी, मेवा बाटी, लस्सी, कचौड़ी, आलू टिक्की और ब्रज की पारंपरिक मिठाइयों का स्वाद सभी ने लिया। सुरक्षा की दृष्टि से 250 बाउंसरों की तैनाती भी की गई थी।

संगीत, मेहंदी और ‘गोकुल’ में सजा रात का रंग

जयपुर में सजा ‘मिनी-वृंदावन’: शादी से ठीक एक दिन पहले ‘गोकुल’ नामक क्षेत्र में संगीत समारोह हुआ, जहाँ हाथी-घोड़े, ढोल-नगाड़ों और राजस्थानी परंपराओं की छटा देखने को मिली।

संगीत रात में बी प्राक ने न सिर्फ अपने गीत गाए, बल्कि इंद्रेश उपाध्याय के भजनों पर भी जमकर थिरके। इंद्रेश के पिता कृष्णचंद्र शास्त्री और माता ने भी मंच पर नृत्य कर सभी का दिल जीत लिया।

धीरेंद्र शास्त्री रहे दूल्हे के पीछे बैठे

शादी के जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, उनमें दूल्हे के ठीक पीछे धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री हंसते और पूरी रस्मों पर नजर रखते दिख रहे हैं। इन दोनों की गहरी मित्रता हाल की सनातन पदयात्रा में भी दिखाई दी थी, जब दोनों कई दिनों तक साथ रहे थे।

वृंदावन की ओर लौटेगी बारात, बहू के स्वागत की जबरदस्त तैयारियाँ

विवाह सम्पन्न होने के बाद 6 दिसंबर को बारात वृंदावन लौटेगी, जहाँ इंद्रेश उपाध्याय के रमणरेती मार्ग स्थित आवास पर भव्य स्वागत की तैयारियाँ की जा रही हैं। पूरा घर फूलों और प्रकाश सज्जा से सुसज्जित किया गया है। ब्रज भक्त बड़ी संख्या में बहू के आगमन का इंतजार कर रहे हैं।

सेलिब्रिटीज, संत और कथा-जगत का अनूठा संगम

इस शादी की सबसे खास बात यही रही कि इसमें अध्यात्म और आधुनिकता का ऐसा संगम बना, जैसा शायद ही किसी विवाह में देखने को मिलता है। सैकड़ों संत-महंत, प्रसिद्ध कथावाचक, संगीतकार, बॉलीवुड कलाकार और ब्रजवासी भक्त—सब एक साथ नवदंपति के सुखी वैवाहिक जीवन की कामना करते नजर आए।

जयपुर से वृंदावन तक फैला उत्साह

वृंदावन से चली भव्य बारात, हाथी-घोड़े और भक्ति संगीत के साथ जयपुर पहुँची तो सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएँ लगातार आने लगीं। इंद्रेश उपाध्याय की फैन फॉलोइंग इतनी विशाल है कि उनके विवाह के हर अपडेट पर हजारों कमेंट और शेयर हुए।

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