दुबई एयर शो हादसा: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के पटियालाकड़ गांव में 21 नवंबर की दोपहर ऐसा सन्नाटा छा गया, जिसे शब्दों में बयान करना मुश्किल है।
गांववालों को जैसे ही खबर मिली कि 34 वर्षीय विंग कमांडर नमांश स्याल दुबई एयर शो की प्रैक्टिस के दौरान तेजस फाइटर जेट क्रैश में शहीद हो गए, पूरा इलाका शोक में डूब गया।
नमांश 19वें दुबई एयर शो में हिस्सा लेने के लिए हैदराबाद एयरबेस से पहुंचे थे और प्रैक्टिस फ्लाइट के दौरान हादसे का शिकार हो गए।
अनुशासन और अदम्य साहस के प्रतीक थे स्याल
दुबई एयर शो हादसा: विंग कमांडर नमांश स्याल भारतीय वायुसेना के उन चुनिंदा पायलटों में से थे, जिनका सर्विस रिकॉर्ड बेहतरीन माना जाता है।
हैदराबाद एयरबेस में पोस्टेड स्याल अपने अनुशासन, शांत स्वभाव और अद्भुत पायलटिंग स्किल्स के लिए मशहूर थे।
उनकी पत्नी अफसान भी भारतीय वायुसेना में अधिकारी हैं, और उनकी 5 साल की एक बेटी है।
सेना से जुड़ा परिवार, बचपन से देशभक्ति का संस्कार
दुबई एयर शो हादसा: नमांश स्याल एक सैन्य परिवार से आते थे। उनके पिता जगन नाथ रिटायर्ड आर्मी ऑफिसर रहे हैं और सेवानिवृत्ति के बाद हिमाचल प्रदेश एजुकेशन विभाग में प्रिंसिपल बने।
उनकी मां बीना देवी हाल ही में अपने बेटे और बहू से मिलने हैदराबाद आई थीं।
बचपन से सेना के माहौल में पले-बढ़े नमांश की शुरुआती शिक्षा सैनिक स्कूल सुजानपुर टीरा (हमीपुर) में हुई थी, जिसने उनके व्यक्तित्व में अनुशासन और देश के प्रति समर्पण की भावना और मजबूत की।
मुख्यमंत्री सुक्खू का श्रद्धांजलि संदेश
दुबई एयर शो हादसा: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विंग कमांडर स्याल की शहादत पर गहरा दुख व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि देश ने एक बेहतरीन पायलट और एक साहसी सैनिक को खो दिया है। सुक्खू ने लिखा कि स्याल की बहादुरी और कर्तव्यनिष्ठा को हमेशा याद रखा जाएगा।
राज्यपाल और नेताओं ने जताया दुख
दुबई एयर शो हादसा: हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने भी अपने बयान में नमांश स्याल के निधन को राज्य के लिए बड़ी क्षति बताया।
उन्होंने कहा कि कांगड़ा के इस होनहार बेटे की मौत से पूरा प्रदेश शोक में है।
नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर ने भी एक्स पर पोस्ट करते हुए गहरी संवेदना व्यक्त की।
उन्होंने लिखा कि नगरोटा बगवां के बहादुर बेटे नमांश स्याल की शहादत बेहद दुखद है। देश ने एक ऐसा पायलट खो दिया है, जिस पर भारत हमेशा गर्व करता रहेगा।
तेजस फाइटर जेट उड़ाना खुद में एक सम्मान की बात है, और इस गौरवशाली जिम्मेदारी को विंग कमांडर नमांश स्याल ने पूरी निष्ठा के साथ निभाया।

