बांग्लादेश में जारी हिंसा और बिगड़ते हालात को देखते हुए चटगांव में स्थित भारतीय वीजा आवेदन केंद्र में वीजा से जुड़ी सभी सेवाओं को अगली सूचना तक बंद कर दिया गया है।
भारत सरकार ने यह फैसला वहां भारत विरोधी प्रचार, हिंदुओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा और कमजोर कानून व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए लिया है।
बांग्लादेश: हिंदू युवक की बेरहमी से हत्या
भारत ने साफ किया है कि वह बांग्लादेश की स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है। हाल ही में बांग्लादेश के मयमनसिंह इलाके में हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी।
इस घटना को लेकर भारत ने गहरी चिंता जताई है और दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की है।
हिंदू समुदाय को खुलेआम निशाना बनाया जा रहा
बांग्लादेश में हालात अभी सामान्य नहीं बताए जा रहे हैं। कई इलाकों में हिंदू समुदाय को खुलेआम निशाना बनाया जा रहा है।
आरोप है कि सुरक्षा एजेंसियां इन घटनाओं को रोकने में नाकाम साबित हो रही हैं। हाल ही में चटगांव में भारतीय सहायक उच्चायोग के बाहर उग्र भीड़ ने प्रदर्शन किया था,
जिसके दौरान हिंसा की खबरें भी सामने आई थीं। इन घटनाओं के बाद भारत ने वीजा सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित करने का फैसला लिया है। हालात की समीक्षा के बाद ही इन्हें दोबारा शुरू किया जाएगा।
भारत में बांग्लादेश उच्चायोग के बाहर कथित प्रदर्शन
इस बीच भारत में बांग्लादेश उच्चायोग के बाहर कथित प्रदर्शन को लेकर विदेश मंत्रालय ने स्थिति स्पष्ट की है।
मंत्रालय ने बताया कि 20 दिसंबर को नई दिल्ली में कोई सुरक्षा संकट नहीं था।
केवल 20–25 लोगों का छोटा समूह दीपू चंद्र की हत्या के विरोध में शांतिपूर्ण तरीके से नारेबाजी कर रहा था।
तसलीमा ने सरकार पर साधा निशाना
जानी-मानी लेखिका तसलीमा नसरीन ने शनिवार को दीपू चंद्र की मौत पर सरकार पर निशाना साधा।
नसरीन ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में बताया कि दीपू के एक मुस्लिम सहकर्मी ने मामूली विवाद के बाद उसे सजा दिलाने के इरादे से भीड़ के सामने यह,
झूठा आरोप लगाया कि दीपू ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ अपमानजनक बात कही है और उसे भीड़ की हिंसा का शिकार बनाया गया।

