Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के शिक्षा क्षेत्र झंझरी स्थित प्राथमिक विद्यालय भगहर बुलंद में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक सहायक अध्यापिका पर इंचार्ज प्रधानाध्यापिका को एससी/एसटी एक्ट में फंसाने की धमकी देने का गंभीर आरोप लगा है। इंचार्ज अध्यापिका ने पूरे मामले की शिकायत मुख्यमंत्री, जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और बीएसए से की है।
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देर से आने पर चेतावनी देने पर विवाद
Uttar Pradesh: प्राथमिक विद्यालय भगहर बुलंद में तैनात इंचार्ज प्रधानाध्यापिका निशी श्रीवास्तव ने सहायक अध्यापिका पर आरोप लगाया है कि वह नियमित रूप से स्कूल देर से पहुंचती है। जब देर से आने का कारण पूछा गया तो उसने न सिर्फ जवाब देने से इनकार किया बल्कि अपशब्द भी कहे।
निशी श्रीवास्तव का कहना है कि जब उन्होंने उपस्थिति पंजिका में सहायक अध्यापिका को अनुपस्थित दिखाने की बात कही, तो जवाब मिला – “अगर गैरहाजिर दिखाया तो एससी/एसटी एक्ट में फंसा दूंगी।”

अपशब्दों और धमकियों से मानसिक रूप से परेशानf
Uttar Pradesh: निशी श्रीवास्तव ने बताया कि यह पहली बार नहीं है, जब उन्हें अपशब्द सुनने पड़े हों। सहायक अध्यापिका आए दिन उनके साथ दुर्व्यवहार करती है और धमकी भरे शब्दों का इस्तेमाल करती है। इंचार्ज अध्यापिका का कहना है कि वे मानसिक रूप से काफी आहत हैं और ऐसी स्थिति में शिक्षण कार्य कर पाना उनके लिए बेहद कठिन होता जा रहा है।
प्रशासन से लगाई न्याय की गुहार
Uttar Pradesh: इस घटना से आहत निशी श्रीवास्तव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और बेसिक शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखकर मामले की निष्पक्ष जांच और कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो वे नौकरी से इस्तीफा देने को मजबूर होंगी।