भारत पहुंचे ब्रिटिश प्रधानमंत्री: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर बुधवार, 8 अक्टूबर 2025 को दो दिवसीय दौरे पर भारत पहुंचे।
अपने इस दौरे से पहले ही उन्होंने फ्लाइट में एक मजेदार वाकया इंस्टाग्राम पर शेयर किया, जिसने लोगों का ध्यान खींच लिया।
ब्रिटिश एयरवेज की मुंबई जाने वाली उड़ान संख्या 9100 में सवार यात्रियों से स्टार्मर ने कहा- “कॉकपिट में आपके प्रधानमंत्री हैं!”
हालांकि यह कोई सुरक्षा घोषणा नहीं थी, बल्कि एक हल्के-फुल्के अंदाज़ में कही गई बात थी जिसने यात्रियों के चेहरे पर मुस्कान ला दी।
यह बयान उनके आत्मविश्वास और अपनेपन दोनों को दर्शाता है।
स्टार्मर ने यात्रियों का स्वागत करते हुए कहा कि भारत यात्रा उनके लिए बेहद खास है क्योंकि वह यहां ब्रिटेन के अब तक के सबसे बड़े ट्रेड मिशन का नेतृत्व कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि “आप सभी का हमारे साथ होना शानदार है। हम भारत के साथ अपने नए मुक्त व्यापार समझौते (FTA) में मिलने वाले अवसरों का पता लगाने के लिए उत्साहित हैं।”
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भारत पहुंचे ब्रिटिश प्रधानमंत्री: 125 से अधिक बिजनेस प्रतिनिधियों का दल भारत आया
प्रधानमंत्री स्टार्मर इस दौरे पर अकेले नहीं आए हैं। उनके साथ ब्रिटेन के 125 से अधिक बिजनेसमैन, उद्योगपति और वरिष्ठ अधिकारी भारत पहुंचे हैं।
यह प्रतिनिधिमंडल भारत और ब्रिटेन के बीच निवेश, तकनीक और व्यापारिक सहयोग को नए स्तर पर ले जाने का लक्ष्य लेकर आया है।
यह दौरा न सिर्फ व्यापारिक दृष्टि से, बल्कि राजनीतिक और रणनीतिक रूप से भी अहम माना जा रहा है।
ब्रिटेन को उम्मीद है कि इस यात्रा के माध्यम से भारत के साथ उसकी आर्थिक साझेदारी और अधिक मजबूत होगी।
मोदी और स्टार्मर की द्विपक्षीय वार्ता का एजेंडा
ब्रिटिश प्रधानमंत्री की यह यात्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर हो रही है।
दोनों नेताओं की मुलाकात में “विजन 2035” के तहत भारत-ब्रिटेन व्यापक रणनीतिक साझेदारी की प्रगति पर चर्चा की जाएगी।
जुलाई 2025 में दोनों देशों के बीच मुक्त व्यापार समझौता (FTA) साइन किया गया था, जो अब दोनों देशों की संसदों द्वारा मंजूरी के बाद लागू हो चुका है।
इस वार्ता में रक्षा, शिक्षा, ग्रीन एनर्जी, टेक्नोलॉजी, और डिजिटल इकोनॉमी जैसे क्षेत्रों में सहयोग को लेकर चर्चा होने की संभावना है।
क्या है भारत-ब्रिटेन एफटीए
भारत और ब्रिटेन के बीच हुआ यह फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) दोनों देशों के लिए बड़ा आर्थिक अवसर लेकर आया है।
इस समझौते के तहत 90 प्रतिशत से अधिक वस्तुओं पर टैरिफ यानी आयात शुल्क हटाने की योजना है। इससे दोनों देशों के व्यापार में नई ऊर्जा आने की उम्मीद है।
ब्रिटिश संसद द्वारा स्वीकृत यह समझौता भारत के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह देश के लघु और मध्यम उद्योगों (SMEs) को ब्रिटिश बाजार में नई पहुंच प्रदान करेगा।
यूके-इंडिया बिजनेस काउंसिल का बयान
यूके इंडिया बिजनेस काउंसिल (UKIBC) के अध्यक्ष रिचर्ड हील्ड ने कहा कि यूके-भारत आर्थिक कॉरिडोर इस समय वैश्विक स्तर पर सबसे आशाजनक व्यापारिक रिश्तों में से एक है।
उन्होंने कहा कि “यह साझेदारी इनोवेशन, अवसर और पारस्परिक महत्वाकांक्षा पर आधारित है, और हम इस विकास को समर्थन देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।”