Ujjain: मध्य प्रदेश के उज्जैन में उस वक्त अजीब हालात बन गए जब एक व्यक्ति, विजय सिंह सोलंकी, सड़क के बीचो-बीच ट्रक और बस के सामने कपड़े उतारकर लेट गया।
वजह? न तो किसी राजनीतिक आंदोलन का हिस्सा था और न ही कोई मानसिक समस्या। ये था सिस्टम से टूटा एक बाप, जिसकी बेटी के जन्म प्रमाण पत्र में नाम जोड़ने की कोशिशें पिछले कई दिनों से नाकाम हो रही थीं।
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Ujjain: बेटी का नाम जुड़वाने के लिए महीनों से काट रहा था चक्कर
Ujjain: विजय सिंह, इंदौर निवासी हैं और उज्जैन उनका ससुराल है। उनकी बेटी का जन्म 2009 में उज्जैन के चरक अस्पताल में हुआ था।
अस्पताल और नगर निगम से महीनों की मशक्कत के बावजूद बेटी के जन्म प्रमाण पत्र में नाम नहीं जुड़ पाया।
स्कूल में दाखिले को लेकर लगातार आ रही दिक्कतों से परेशान विजय आखिरकार निराश होकर घर लौट रहा था।
मोबाइल चोरी ने बढ़ाई मुसीबत, थाने में नहीं लिखी रिपोर्ट
Ujjain: घर लौटते वक्त उनकी एक और परेशानी सामने आयी। ई-रिक्शा में उनका मोबाइल चोरी हो गया।
वे तुरंत चिमनगंज थाने पहुंचे और शिकायत दर्ज करवाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस की लापरवाही ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
थाने में उनकी बात को गंभीरता से नहीं लिया गया और रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई।
गुस्से में उतारे कपड़े, सड़क पर लेट गया शख्स
पुलिस की उदासीनता से आहत विजय सिंह ने थाने के बाहर ही अपने कपड़े उतार दिए और सड़क के बीचों-बीच जाकर ट्रकों और स्कूल बसों के सामने लेट गया।
उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वे हाथ जोड़कर कार्रवाई की गुहार लगाते दिख रहे हैं।
पुलिस रही नदारद, आम लोगों ने समझाया
हैरानी की बात ये रही कि पूरी घटना थाने से कुछ ही कदम की दूरी पर हुई, लेकिन पुलिस मौके पर नहीं पहुंची।
विजय सिंह को हटाने का जिम्मा भी स्थानीय लोगों ने उठाया और यातायात को सामान्य किया।
यह तमाशा करीब आधे घंटे तक चलता रहा।
कब सुधरेगा सिस्टम?
एक पिता, जो सिर्फ अपनी बेटी के भविष्य के लिए भाग-दौड़ कर रहा था, आखिरकार सड़क पर लेटने को मजबूर हो गया।
क्या ये हमारे सरकारी तंत्र की विफलता का सबसे असहाय चेहरा नहीं है?