Tamilnadu: तमिलनाडु के विरुधुनगर जिले के शिवकाशी में एक बार फिर पटाखा फैक्ट्री में भयावह हादसा हुआ है। मंगलवार को चिन्नाकामनपट्टी क्षेत्र में स्थित एक निजी पटाखा निर्माण इकाई में अचानक हुए भीषण धमाके में पांच मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई,
जिनमें दो महिलाएं भी शामिल थीं। हादसे में कई अन्य लोग घायल हुए हैं और उन्हें स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
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Tamilnadu: धमाके ने पूरी फैक्ट्री को तबाह कर दिया
प्रत्यक्षदर्शियों और स्थानीय पुलिस के अनुसार, विस्फोट इतना जोरदार था कि पूरी फैक्ट्री पूरी तरह ध्वस्त हो गई। फैक्ट्री की इमारत मलबे में तब्दील हो गई और आसपास का क्षेत्र बारूद के धुएं और पटाखों के फटने की आवाज़ से गूंज उठा।
कुछ ही पलों में आग ने फैक्ट्री की पूरी यूनिट को चपेट में ले लिया और आग की लपटें दूर से दिखाई देने लगीं।
पुलिस और राहत दल की तत्परता से टला बड़ा संकट
धमाके की सूचना मिलते ही दमकल विभाग, बचाव दल और स्थानीय पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गए। बचाव कर्मियों ने घायलों को फैक्ट्री से बाहर निकालने का काम शुरू किया और तत्काल नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया।
दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि आग पर काफी मशक्कत के बाद काबू पा लिया गया है, और अब मलबा हटाने का काम चल रहा है।
हादसे के समय रसायन मिलाए जा रहे थे
शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि हादसा उस समय हुआ जब फैक्ट्री में पटाखों के निर्माण के लिए रसायनों को मिलाने का कार्य चल रहा था। माना जा रहा है कि इस दौरान घर्षण या रासायनिक प्रतिक्रिया के कारण आग लगी,
जिसने कुछ ही सेकंड में विस्फोट का रूप ले लिया। धमाका इतना तेज़ था कि आस-पास के कई गांवों में लोगों को ज़मीन कांपती महसूस हुई और खिड़कियों के शीशे तक चटक गए।
मजदूरों को नहीं मिला भागने का मौका
धमाका अचानक हुआ और आग इतनी तेजी से फैली कि अंदर काम कर रहे श्रमिकों को संभलने या बाहर निकलने का समय ही नहीं मिल सका। अधिकतर मृतक वही मजदूर थे जो विस्फोट के समय अंदर रसायनों के साथ काम कर रहे थे।
स्थानीय लोगों ने बताया कि कई मजदूरों की चीख-पुकार सुनाई दे रही थी, लेकिन आग की लपटें इतनी तेज थीं कि अंदर जाना संभव नहीं था।
राजस्व और पुलिस विभाग ने शुरू की जांच
फैक्ट्री में हुई दुर्घटना के बाद राजस्व विभाग और स्थानीय पुलिस ने संयुक्त रूप से जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों ने फैक्ट्री मालिक और प्रबंधन से दस्तावेज़ मांगे हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि फैक्ट्री में सुरक्षा मानकों का पालन किया गया था या नहीं। पु
लिस ने घटनास्थल को सील कर दिया है और मलबे की जांच के साथ सबूत एकत्र किए जा रहे हैं।
शिवकाशी में पहले भी हो चुके हैं ऐसे हादसे
शिवकाशी देशभर में पटाखा उद्योग के लिए जाना जाता है, लेकिन यहां इस तरह के हादसे कोई नई बात नहीं हैं। पिछले वर्षों में कई बार ऐसे धमाके हो चुके हैं जिनमें जान-माल का भारी नुकसान हुआ है।
इसके बावजूद, कई फैक्ट्रियों में अब भी सुरक्षा के मानकों की अनदेखी की जा रही है। यह हादसा एक बार फिर सुरक्षा इंतज़ामों की पोल खोलता है।
सरकार से मुआवजे और सख्त कार्रवाई की मांग
हादसे के बाद मृतकों के परिजनों में मातम पसरा है और स्थानीय लोगों ने राज्य सरकार से मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने और दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
कई सामाजिक संगठनों ने भी इस हादसे को लेकर विरोध जताया है और राज्य सरकार से सुरक्षा नियमों को सख्ती से लागू करने की मांग की है।
फैक्ट्री पर कार्रवाई के आसार
पुलिस सूत्रों के अनुसार, जिस फैक्ट्री में धमाका हुआ वह निजी स्वामित्व में थी और यह देखा जा रहा है कि क्या उसके पास आवश्यक लाइसेंस और सुरक्षा अनुमति थी या नहीं।
यदि कोई लापरवाही पाई जाती है, तो मालिकों और जिम्मेदार लोगों पर आपराधिक मामला दर्ज किया जा सकता है।
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