जिहादी हमले से दहल उठा सिडनी: ऑस्ट्रेलिया का सिडनी शहर रविवार शाम उस वक्त दहशत में डूब गया, जब दुनिया भर में मशहूर बॉन्डी बीच पर जिहादी आतंकियों ने खूनी हमला कर दिया।
समुद्र किनारे हनुक्का त्योहार मना रहे यहूदी समुदाय के लोगों पर अचानक अंधाधुंध गोलीबारी शुरू हो गई।
शाम करीब 6 बजकर 47 मिनट पर हुई इस घटना ने कुछ ही पलों में उत्सव के माहौल को चीख-पुकार और अफरातफरी में बदल दिया।
लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे, बीच पर हर तरफ खौफ का मंजर दिखाई देने लगा।
जिहादी हमले से दहल उठा सिडनी: 15 की मौत, 38 घायल
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दो हथियारबंद हमलावरों ने भीड़ को निशाना बनाकर लगातार फायरिंग की।
गोलियों की आवाज से पूरा इलाका थर्रा उठा। इस जिहादी हमले में 15 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 38 लोग घायल हो गए।
घायलों में कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। जमीन पर पड़े शव, खून से सना बीच और मदद के लिए चीखते लोग यह दृश्य हर किसी को झकझोर देने वाला था।
आतंकी हमला घोषित
घटना की सूचना मिलते ही ऑस्ट्रेलियाई पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां मौके पर पहुंचीं। सुरक्षा बलों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक आतंकी साजिद अकरम (50) को मार गिराया,
जबकि दूसरे आतंकी नवीद अकरम (24) को गिरफ्तार कर लिया गया। नवीद पाकिस्तानी मूल का बताया जा रहा है और वह सिडनी के दक्षिण-पश्चिमी इलाके बोनिरिग का निवासी है।
शुरुआती जांच में सामने आया है कि यह हमला किसी व्यक्तिगत विवाद का नहीं, बल्कि यहूदी समुदाय को निशाना बनाकर किया गया जिहादी आतंकी हमला था। ऑस्ट्रेलिया सरकार ने आधिकारिक तौर पर इसे आतंकवाद की घटना करार दिया है।
सिडनी में हाई अलर्ट
हमले के बाद ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने देश को संबोधित करते हुए कहा कि यह हमला केवल यहूदी समुदाय पर नहीं, बल्कि पूरे ऑस्ट्रेलिया पर हमला है।
उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि देश में नफरत, हिंसा और जिहादी आतंक के लिए कोई जगह नहीं है।
सरकार ने पूरे सिडनी में हाई अलर्ट जारी कर दिया है और बॉन्डी बीच सहित आसपास के इलाकों में सघन तलाशी अभियान चलाया गया।
माइकल वॉन बाल-बाल बचे
इस जिहादी हमले में इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर माइकल वॉन भी बाल-बाल बच गए। बताया गया कि वे हमले के वक्त बॉन्डी बीच के पास एक रेस्तरां में मौजूद थे।
गोलीबारी शुरू होते ही उन्होंने रेस्तरां के अंदर छिपकर अपनी जान बचाई।
बाद में सुरक्षित घर पहुंचने के बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि यह अनुभव बेहद डरावना था और उन्होंने इमरजेंसी सेवाओं का आभार जताया।
आम नागरिक की बहादुरी
हमले से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें 43 वर्षीय अहमद अल अहमद नाम के शख्स ने अद्भुत साहस दिखाया।
गोलीबारी के दौरान अहमद एक कार के पीछे छिपे हुए थे। जैसे ही हमलावर का ध्यान दूसरी ओर गया, अहमद ने पीछे से उस पर झपट्टा मारा।
दोनों के बीच छीना-झपटी हुई और अहमद ने आतंकी से बंदूक छीन ली। इस दौरान उनके हाथ और बांह में गोली लग गई, जिसके बाद अस्पताल में उनकी सर्जरी की गई।
खास बात यह है कि अहमद को बंदूक चलानी भी नहीं आती, फिर भी उन्होंने जान जोखिम में डालकर कई लोगों की जान बचाई।
भारत सहित कई देशों में अलर्ट
सिडनी में हुए इस जिहादी हमले के बाद भारत समेत कई देशों में यहूदी समुदाय और संस्थानों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
खुफिया एजेंसियों ने संभावित खतरों को लेकर सतर्कता बढ़ा दी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और ऑस्ट्रेलिया के लोगों के साथ एकजुटता दिखाई।

