Thursday, September 19, 2024

Space: मंगल गृह पर क्यों दिख रहे डरावने “Smiley”, स्पेस एजेंसी ने किया खुलासा

Must read

Space: 8 गृह सूरज का चक्कर काट रहे हैं। उनमें केवल एक पृथ्वी ही ऐसा गृह है जहां जीवन है। ऐसे में दावा किया जा रहा है कि Mars यानि मंगल गृह पर भी जीवन कि संभावना है। यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) ने इंस्टाग्राम अपर हाल ही में कुछ तस्वीरें सांझा की है जिसमें डरावनी मुस्कुराती Smiley दिखाई दी है। इस तस्विर के साथ ही उन्होनें इसके पीछे छिपे राज का भी खुलासा किया है।

WhatsApp Channel Join Now
Telegram Channel Join Now

ईएसए का इंस्टाग्राम स्पेस के ज्ञान का भंडार है

ईएसए का ये इंस्टाग्राम पेज उन लोगों के लिए किसी खजाने से कम नहीं है जो अंतरिक्ष के बारे में जानने में रुझान रखते हैं। इस पेज पर आये दिन अंतरिक्ष से जुड़े updates आते रहते हैं फिर चाहे वो सौर मंडल के बारे में जानकारी या लाखों लाइट ईयर दूर स्थित कॉमिक बॉडीज के बारे में जानकारी हो। इस पेज के फैक्ट्स लोगों को हैरानी में डाल देते हैं।

‘मुस्कुराते डरावने स्माइली कि तसवीरें सांझा की

हाल ही में इस पेज ने मंगल ग्रह की सतह पर ‘मुस्कुराते डरावने स्माइली’ की तसवीरें सांझा की है। ईएसए द्वारा साझा की गई तस्वीरें क्लोराइड नमक भंडार की हैं जो रेड प्लेनेट के इतिहास को गहरायी से जाने में मदद करती है।

 

कभी नदियों या शायद महासागरों की दुनिया रहा मंगल गृह अब हमारे रे एक्सोमार्स ट्रेस गैस ऑर्बिटर द्वारा पाए गए क्लोराइड नमक भंडार की सहायता से अपने रहस्यों से परदे उठा रहा है। अगर सीढ़ी भाषा में कहे तो मुस्कुराती डरावनी स्माइली क्लोराईड नमक का भंडार है। इस फोटो के कैप्शन में लिखा गया है कि ये इतना सारा नमक, और ये प्राचीन महासागरों के अवशेष ये संकेत देते हैं कि पहले ये मंगल गृह रहने योग्य था। एक हजार संभावित स्थलों की खोज मंगल की जलवायु और पिछले जीवन की संभावनाओं के बारे में नया इनसाइट देती हैं।

यूजर्स की प्रतिक्रिया

इस पोस्ट पर अब तक हजारों लाइक्स आ चुके हैं और संख्या निरंतर बढ़ती ही जा रही है। कई लोगों ने कमैंट्स में इस पर प्रतिक्रिएं भी दी ह। कुछ ने लिखा कि ये बहुत सुन्दर है तो कुछ ने लिखा कि ‘ इसे देखने के बाद मुझे जैक स्केलेटन की याद आ रही है।

एक्सोमार्स प्रोग्राम

बता दें कि ईएसए का एक्सोमार्स प्रोग्राम दो मिशनों के साथ लॉन्च किया गया था 2016 में ‘पहला, ट्रेस गैस ऑर्बिटर, लांच हुआ था। जबकि दूसरा, 2028 में रोज़लिंड फ्रैंकलिन रोवर लॉन्च होगा। साथ में, ये पता लगाएंगे कि क्या मंगल ग्रह पर कभी जीवन था.? और अब भी क्या मंगल गृह में जीवन होने कि संभावना बची है?

- Advertisement -spot_img

More articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisement -spot_img

Latest article