Rajasthan Madarsa: राजस्थान मदरसा बोर्ड के तहत चलने वाले मदरसों में ऑपरेशन सिंदूर के कामयाबी पाठ्यक्रम में शामिल कर पढ़ाने की तैयारी है। इसके लिए माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से पाठ्यक्रम में यह शामिल करवाया जाएगा।
यह जानकारी मदरसा बोर्ड के चेयरमैन एमडी चोपदार ने दी। जोधपुर आए चोपदार ने यहां सर्किट में मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में बताया कि मैं शेखावाटी के एक आर्मी परिवार से आता हूं, मेरी इच्छा है कि हमारी सेनाओं ने ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से जो शौर्य दिखाया है, यह मदरसा के बच्चों को भी पढ़ाया जाए।
उन्होंने बताया कि कर्नल सोफिया कुरैशी ने जब पहली बार इतने बड़े ऑपरेशन की ब्रीफिंग की, तो सबको उन पर गर्व हुआ। हम उनके बारे में ज्यादा से ज्यादा मुस्लिम बच्चों को बताएंगे, जिससे कि वह आगे बढ़े।
इसके लिए माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से बात कर पाठ्यक्रम में शामिल करेंगे और बच्चों के साथ मीटिंग कर उन्हें इसके बारे में बताया जाएगा। खास तौर से बच्चियों को जानकारी होनी चाहिए।
मदरसों को मिले 10वीं की मान्यता
चेयरमैन ने बताया कि राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अधीन 3700 मदरसे चल रहे हैं। अभी इनमें आठवीं तक की पढ़ाई होती है। मैंने गत सरकार से भी मांग की थी और वर्तमान सरकार से भी मांग कर रहा हूं कि मदरसों की मान्यता दसवीं कक्षा तक कर दी जाए।
जिससे आठवीं के बाद ड्रॉपआउट पर नियंत्रण हो सके। चोपदार ने बताया कि वर्तमान में मद्रास के आधुनिकीकरण पर काम हो रहा है। स्मार्ट क्लासेस और इक्विपमेंट मिल रहे हैं। यहां दीन की तालीम दी जा रही है। जिसमें इंसानियत सिखाई जाती है।
पैरा टीचर्स को नियमित किया जाए
बोर्ड चेयरमैन ने कहा कि कर्नल सोफिया मुस्लिम समाज की बेटी हैं और इतने बड़े पद हैं। इससे समाज में जागृति आएगी और बच्चों को भी मोटीवेशन मिलेगा। चेयरमैन चोपदार ने बताया कि मदरसा बोर्ड के 5 हजार से अधिक पैरा टीचर्स को नियमित करने का आदेश गत सरकार ने दिया था, लेकिन सरकार वापस नहीं आई।
जांच भी हो चुकी थी। वर्तमान सरकार भी चाहती है कि नियमितीकरण हो, लेकिन इसमें भ्रष्ट अधिकारी रोडा बने हुए हैं जो लगातार परेशानी कर रहे हैं। हम भी चाहते हैं जो टीचर सही हैं जिनके दस्तावेज सही है उनको नियमित करना चाहिए।