पृथ्वीराज चव्हाण: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण एक बार फिर अपने बयान को लेकर विवादों में घिर गए हैं।
ऑपरेशन सिंदूर और भारतीय सेना को लेकर दिए गए उनके बयान पर जहां सत्तारूढ़ बीजेपी हमलावर है, वहीं खुद पृथ्वीराज चव्हाण किसी भी तरह की माफी मांगने को तैयार नहीं हैं।
आलोचनाओं के बीच उन्होंने साफ कर दिया है कि वे अपने बयान से पीछे नहीं हटेंगे।
‘माफी काहे मांगूं?’, चव्हाण का दो टूक जवाब
पृथ्वीराज चव्हाण: बीजेपी की आपत्ति और चौतरफा आलोचना के बाद जब पृथ्वीराज चव्हाण से माफी को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने तीखे शब्दों में जवाब दिया।
उन्होंने कहा, “मैं बाद में आराम से बात करूंगा, अभी नहीं।
माफी मांगने का बिल्कुल सवाल नहीं उठता। माफी काहे मांगूं?”
इस बयान के साथ ही यह स्पष्ट हो गया कि कांग्रेस नेता अपने रुख पर कायम हैं और किसी भी दबाव में झुकने के मूड में नहीं हैं।
पुणे के कार्यक्रम में क्या कहा था चव्हाण ने?
पृथ्वीराज चव्हाण: दरअसल, पुणे जिले में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान पृथ्वीराज चव्हाण ने दावा किया था कि मई में पाकिस्तान के साथ हुए ऑपरेशन सिंदूर के पहले ही दिन भारत को हार का सामना करना पड़ा।
उन्होंने यह भी कहा था कि पाकिस्तान की सेना ने पहले दिन ही भारतीय वायुसेना के विमानों को गिराया।
इस बयान के सामने आने के बाद राजनीतिक हलकों में भूचाल आ गया और इसे भारतीय सेना का अपमान बताते हुए कड़ी प्रतिक्रिया दी गई।
बयान पर कायम, माफी से इनकार
पृथ्वीराज चव्हाण: भारी आलोचना के बावजूद पृथ्वीराज चव्हाण ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वे माफी नहीं मांगेंगे।
उनके मुताबिक, उन्होंने जो कहा वह उनके आकलन पर आधारित है और उन्हें इसमें कोई गलती नजर नहीं आती।
इसी वजह से वे अपने बयान को वापस लेने या उस पर खेद जताने को तैयार नहीं हैं।
कांग्रेस का बचाव, सरकार पर सवाल
पृथ्वीराज चव्हाण: पृथ्वीराज चव्हाण के समर्थन में कांग्रेस भी सामने आई है। कांग्रेस सांसद उज्ज्वल रमन सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर को लेकर विपक्ष द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब न तो प्रधानमंत्री ने दिया और न ही बीजेपी के अन्य नेताओं ने।
उनका कहना था कि “कुछ तो गड़बड़ है, लेकिन सरकार इस पर जवाब देने के बजाय चुप्पी साधे हुए है।”
कांग्रेस का आरोप है कि सरकार अहम सवालों से बच रही है।
बीजेपी का पलटवार, सेना के अपमान का आरोप
पृथ्वीराज चव्हाण: वहीं बीजेपी ने चव्हाण के बयान को लेकर कड़ा रुख अपनाया है। बीजेपी सांसद राजकुमार चाहर ने कहा कि ऐसे बयान सशस्त्र बलों का अपमान हैं और सेना का मनोबल गिराने का काम करते हैं।
उन्होंने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर का असर पूरी दुनिया ने देखा है। पाकिस्तान से कैसे निपटा गया, यह सबको पता है।
कांग्रेस नेताओं की निराशा और हताशा इस कदर बढ़ गई है कि वे पाकिस्तान के पक्ष में बोलते नजर आ रहे हैं।”
बयान से सियासी संग्राम और तेज
पृथ्वीराज चव्हाण के बयान और माफी से इनकार के बाद यह मुद्दा अब पूरी तरह राजनीतिक टकराव में बदल चुका है।
एक ओर बीजेपी इसे राष्ट्र और सेना के सम्मान से जोड़कर देख रही है, तो दूसरी ओर कांग्रेस सरकार की चुप्पी पर सवाल खड़े कर रही है।
आने वाले दिनों में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर यह सियासी बहस और तेज होने के आसार हैं।

