Thursday, November 13, 2025

दिल्ली लाल किला ब्लास्ट में नई साजिश का खुलासा, दिल्ली से अयोध्या तक दहलाने की थी योजना, जानें 5 बड़ी अपडेट्स

दिल्ली लाल किला ब्लास्ट: दिल्ली के लाल किले के पास हुए कार धमाके की जांच में लगातार चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं।

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डीएनए टेस्ट से यह पुख्ता हो चुका है कि धमाके में मारा गया व्यक्ति डॉक्टर उमर उन नबी ही था।

वही शख्स जो इस पूरी आतंकी साजिश का मुख्य सूत्रधार बताया जा रहा है।

सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि उमर और उसके साथियों ने देशभर में एक साथ कई ब्लास्ट करने की योजना बनाई थी, जिसमें अयोध्या भी उनके निशाने पर था।

तीन कारों में बिछी थी तबाही की जाल

दिल्ली लाल किला ब्लास्ट: जांच में पता चला है कि इस ब्लास्ट के लिए तीन अलग-अलग गाड़ियों का इस्तेमाल होना था।

इनमें से एक i20 कार धमाके में शामिल थी, जबकि बाकी तीन, लाल रंग की फोर्ड इकोस्पोर्ट और ब्रीजा कार भी इस ही नेटवर्क का हिस्सा थीं।

एजेंसियों ने इन गाड़ियों के लिए बी ऑन द लुकआउट नोटिस (BOLO) जारी किया था।

सूत्रों के अनुसार, फोर्ड इकोस्पोर्ट (रजिस्ट्रेशन नंबर DL-0458) फरीदाबाद में बरामद कर ली गई है, जबकि ब्रीजा कार अल फलाह यूनिवर्सिटी में मिली है, जिसे शाहीन के नाम पर रजिस्टर्ड बताया जा रहा है।

यह भी शक जताया जा रहा है कि बाकी गाड़ियों में भी विस्फोटक सामग्री भरी गई थी।

अयोध्या पर भी हमला करने की प्लानिंग थी, 25 नवंबर तय की थी तारीख

दिल्ली लाल किला ब्लास्ट: सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, साजिशकर्ता अयोध्या को भी दहलाने की फिराक में थे।

बताया जा रहा है कि 25 नवंबर को जब राम मंदिर के ऊपर भगवा झंडा फहराया जाना था, उसी दिन वहां हमला करने की योजना बनाई गई थी।

संदिग्धों के पास से मिली जानकारी के अनुसार, हमलावर अमोनियम नाइट्रेट और आरडीएक्स का मिश्रण तैयार कर चुके थे।

वो इस ब्लास्ट के बाद असॉल्ट राइफलों से फायरिंग करने वाले थे ताकि अधिकतम नुकसान हो।

तुर्की में बैठा ‘UKASA’ कर रहा था कंट्रोल

दिल्ली लाल किला ब्लास्ट: जांच में एक बड़ा अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन सामने आया है। यह पूरी साजिश 2022 में तुर्की में शुरू हुई थी।

उमर को वहां बैठे एक हैंडलर से निर्देश मिल रहे थे, जिसका कोडनेम था ‘उकासा’।

सुरक्षा एजेंसियां मान रही हैं कि यह मॉड्यूल जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा हुआ हो सकता है।

लाल किले के धमाके के एक दिन बाद, गृह मंत्री अमित शाह ने उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठक बुलाई और सभी एजेंसियों को आदेश दिया कि “इस हमले में शामिल हर व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।”

एनआईए ने संभाली जांच, अमित शाह का कड़ा संदेश

दिल्ली लाल किला ब्लास्ट: मंगलवार को गृह मंत्रालय ने इस पूरे मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंप दी है। अमित शाह ने एक्स (Twitter) पर पोस्ट करते हुए कहा कि “इस हमले में शामिल हर एक व्यक्ति को एजेंसियां पकड़ेंगी, कोई बच नहीं पाएगा।”

यह कदम इस बात का संकेत है कि सरकार इस घटना को सामान्य विस्फोट नहीं, बल्कि आतंकी हमला मान रही है।

पुलिस सूत्रों का कहना है कि उमर ने धमाके से ठीक पहले एक मस्जिद में 10 मिनट तक रुककर कुछ लोगों से मुलाकात की थी।

उसके बाद वह लाल किले की ओर गया और 10 नवंबर की शाम करीब 7 बजे उसने अपनी कार समेत खुद को उड़ा दिया।

दिल्ली लाल किला ब्लास्ट: अब एजेंसियां इस बात की जांच कर रही हैं कि क्या 25 नवंबर को अयोध्या में एक और धमाके की योजना थी, जिसे लाल किले के पास हुए हादसे ने विफल कर दिया।

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