अगर सुबह उठते ही नींद भारी लगे, बिस्तर से उठने का मन न करे या फिर लंबे समय तक आलस बना रहे, तो ये आपके नाइट रूटीन की वजह से हो सकता है।
नींद की कमी, अनहेल्दी लाइफस्टाइल, स्ट्रेस या पोषण की कमी भी इसका कारण बन सकते हैं। नतीजा ये होता है कि सुबह का मूड चिड़चिड़ा रहता है और दिनभर प्रोडक्टिविटी पर असर पड़ता है।
ऐसे में जरुरी है कि आप अपनी रात की आदतों को सुधारें। जानिए कुछ आसान गुड हैबिट्स जिन्हें अपनाकर सुबह आपका मूड एक्टिव और पॉजिटिव बनेगा।
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डिनर का सही टाइम चुनें
रात में खाना देर से खाने पर पाचन ठीक से नहीं हो पाता और सुबह भारीपन व आलस महसूस होता है।
कोशिश करें कि आप शाम 7 से 8 बजे तक डिनर कर लें। इससे सोने तक खाना आसानी से डाइजेस्ट हो जाएगा।
हेल्दी और हल्का डिनर लें
बहुत ऑयली और हैवी खाना नींद को खराब करता है और शरीर पर बोझ डालता है। रात को ऐसे फूड खाएं जो न्यूट्रिएंट्स से भरपूर हों और कम तेल-मसाले में बने हों।
इससे नींद भी गहरी आएगी और सुबह फ्रेशनेस भी बनी रहेगी।
सोने और उठने का टाइम फिक्स करें
अनियमित नींद सुबह की थकान की बड़ी वजह है। रोजाना रात 10 बजे तक सोना और सुबह 6 बजे उठना एक हेल्दी रूटीन है।
इससे आपकी 8 घंटे की नींद पूरी होगी और धीरे-धीरे सुबह उठते समय आलस महसूस होना बंद हो जाएगा।
खाने के बाद थोड़ी वॉक या वज्रासन करें
डिनर के तुरंत बाद बिस्तर पर जाने की आदत सेहत के लिए नुकसानदायक है। कोशिश करें कि खाने के 10-15 मिनट बाद हल्की वॉक पर जाएं।
सोने से पहले मोबाइल या टीवी देखने से दिमाग एक्टिव हो जाता है और नींद गहरी नहीं आती।
बेहतर है कि रात को स्क्रीन टाइम लिमिटेड करें। इससे स्ट्रेस कम होगा और सुबह आप एक्टिव और एनर्जेटिक महसूस करेंगे।
इन चीजों से करें परहेज
रात में कैफीन, चाय-कॉफी, कार्बोनेटेड ड्रिंक्स, स्वीट्स और हैवी फूड्स से बचें। स्मोकिंग और अल्कोहल भी नींद की क्वालिटी बिगाड़ते हैं। इनसे दूरी बनाकर आप सुबह की फ्रेशनेस को बनाए रख सकते हैं।
अगर इन छोटी-छोटी गुड हैबिट्स को रोजाना अपनाया जाए तो आपकी सुबह न सिर्फ आलस से मुक्त होगी बल्कि दिनभर आप ज्यादा प्रोडक्टिव और एनर्जेटिक रहेंगे।