मुंबई के मंदिर में देवी काली का स्वरूप बदलने की सनसनीखेज घटना
मुंबई के चेंबूर स्थित अनिक गाँव श्मशान भूमि परिसर में बने काली मंदिर में शनिवार को भक्तों में उस समय भारी आक्रोश फैल गया, जब उन्होंने देखा कि देवी काली की मूल मूर्ति का स्वरूप बदलकर उसे मदर मैरी जैसा बना दिया गया था।
मूर्ति पर सफ़ेद रंग, सुनहरे वस्त्र और शिशु आकृति से विवाद गहराया
मंदिर में स्थापित काली प्रतिमा का चेहरा, जो परंपरागत रूप से गहरे नीले या काले रंग में चित्रित होता है, सफ़ेद रंग से रंगा गया पाया गया।
देवी को सुनहरी पोशाक पहनाई गई थी, सिर पर सफ़ेद सजावटयुक्त मुकुट था और शीर्ष पर बड़ा सुनहरा क्रॉस लगा हुआ दिखा।
प्रतिमा की गोद में शिशु, पृष्ठभूमि पर बड़ा क्रॉस लगाया गया
मूर्ति को एक शिशु आकृति के साथ दिखाया गया, जिसे भक्तों ने ‘बेबी जीसस’ का प्रतीक बताया।

प्रतिमा के पीछे लाल कपड़ा लगाया गया था, जिस पर बड़ा सुनहरा क्रॉस बना था तथा दोनों ओर चमकीली लाइटें और टिन्सल सजावट की गई थी, जिससे विवाद और गंभीर हो गया।
पुरोहित ने सपने का हवाला दिया, भक्तों ने जताई कड़ी आपत्ति
पीटीआई के अनुसार, जब भक्तों ने पुरोहित से स्वरूप बदलने पर सवाल किया, तो उन्होंने दावा किया कि देवी काली ने उन्हें स्वप्न में दर्शन देकर “मदर मैरी के रूप में अलंकरण” करने का आदेश दिया था। इस उत्तर से भक्तों का असंतोष और बढ़ गया, जिससे स्थिति संवेदनशील हो उठी।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई, मूर्ति को मूल स्वरूप में बहाल किया गया
शिकायत मिलते ही पुलिस दल मंदिर पहुँचा और तनाव बढ़ने से रोकने के लिए मूर्ति को अधिकारियों की मौजूदगी में तुरंत उसके मूल स्वरूप में बहाल किया गया।
अधिकारियों ने बताया कि किसी भी तरह की अफवाह या अशांति रोकने हेतु यह कदम आवश्यक था।
पुरोहित गिरफ्तार, न्यायालय ने दो दिन की पुलिस हिरासत दी
मंदिर के पुरोहित को हिरासत में लेकर अदालत में पेश किया गया, जहाँ से उन्हें दो दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया।
पुलिस अब यह जाँच कर रही है कि स्वरूप परिवर्तन के पीछे उनका वास्तविक उद्देश्य क्या था और क्या इस घटना में अन्य लोग भी शामिल थे।
धार्मिक भावनाएँ आहत करने का मामला दर्ज, कड़ी कार्रवाई के संकेत
अधिकारियों ने बताया कि आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 299 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है।
जिसमें धार्मिक भावनाएँ आहत करने और पूजा स्थल को क्षति पहुँचाने से संबंधित प्रावधान लागू होते हैं। पुलिस ने कहा कि इस मामले में कठोर कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
हिन्दू संगठनों का विरोध, राज्य सरकार से सख्त कदमों की माँग
विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल सहित कई दक्षिणपंथी संगठनों ने घटना की निंदा की और दोषियों को चिन्हित करके गिरफ्तार करने की माँग की।
संगठनों ने राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन से क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बनाए रखने हेतु कठोर कदम उठाने की अपील की।
क्षेत्र में सतर्कता बढ़ी, पुलिस की निगरानी जारी
घटना के बाद संवेदनशील माहौल को देखते हुए पुलिस ने मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्रों में निगरानी बढ़ा दी है।
अधिकारियों का कहना है कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए अतिरिक्त बल तैनात रखा गया है।

