Thursday, September 19, 2024

Kolkata: क्या है नबन्ना अभियान, जो बना ममता के “गले की फांस”

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Kolkata में हुए रेप-मर्डर कांड को लेकर आज यानि मंगलवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग करते हुए कोलकाता में नबन्ना अभिजान तक मार्च का आह्वान किया गया है। ऐसे में आइये जानते हैं कि आखिर ये “नबन्ना अभियान है क्या बला।

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Kolkata: कोलकाता केआरजी कर अस्पताल में लेडी डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी और हत्या के मामले को लेकर पूरे देश में बवाल मचा हुआ है। पश्चिम बंगाल के कुछ छात्र संगठनों ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग की है इसी को लेकर मंगलवार 27 अगस्त को कोलकाता में ‘नबन्ना अभियान’ या नबन्ना (राज्य सचिवालय) तक प्रोटेस्ट का आह्वान किया है। इसे ध्यान में रखते हुए पूरे इलाके को किले में तब्दील कर दिया गया है।

वहीं दूसरी तरफ बीजेपी भी इस विरोध प्रदर्शन के समर्थन में उतर आयी है। हालांकि तृणमूल कांग्रेस ने इसे बीजेपी की रची हुई साजिश बताया है। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में लोग शामिल हैं जिसे ध्यान में रखते हुए वहां पक्की सुरक्षा व्यवस्था की गयी है। कोलकाता पुलिस की जानकारी के अनुसार ‘नबन्ना अभियान’ को देखते हुए पूरे शहर (बंगाल) में 6000 से भी ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।नबन्ना भवन के बाहर कोलकाता पुलिस और हावड़ा सिटी पुलिस का 3 लेयर सुरक्षा व्यवस्था है। इसे पार करना छात्रों के लिए काफी मुश्किल है।

क्या है “नबन्ना अभियान”

पहले बंगाल का सचिवालय रायटर्स बिल्डिंग में था। लेकिन 2011 मे जब ममता की सरकार आयी तो उन्होनें हावड़ा में हुबली नदी के किनारे स्थित एक बिल्डिंग को सचिवालय बनाया। उसे ही बिल्डिंग का नाम नबन्ना है जहां नब का अर्थ है नया। बीजेपी ने ममता सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान को नबन्ना चलो अभियान का नाम दिया था। इसके बाद कुछ वामपंथी छात्र संगठनों ने भी नबन्ना अभियान चलाया। कोलकाता में रेप-मर्डर कांड के मामले में हुए विरोध प्रदर्शन को भी “नबन्ना अभियान” का नाम दिया गया है।

नबन्ना एक बिलिडिंग है, जो हावड़ा में स्थित है जिसकी शुरुआत 2013 में की गयी थी। ये एक 14 मंजिला इमारत है। सबसे ऊपर वाले फ्लोर पर मुख्यमंत्री का ऑफिस है औ13वें फ्लोर पर होम और चीफ सेकेट्री का ऑफिस है। चौथे और पांचवें फ्लोर पर अलग-अलग डिपार्टमेंट हैं।

कोलकाता कांड में भी नहीं छोड़ा पीछा

नौ अगस्त की रात आरजी कर मेडिकल कॉलेज की लेडी-डॉक्टर के साथ रेप-मर्डर का मामला सामने आया। छात्रा के परिवार वालों का आरोप है कि अस्पताल के पूर्व प्रिसिंपल संदीप घोष और दूसरे प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें फ़ोन पर बताया कि ‘उनकी बेटी ने सुसाइड’ किया है। घटना के सामने आने के बाद ममता सरकार सवालों के घेरे में घिरी है। अब वहां छात्रों ने नबन्ना मार्च का ऐलान करके ममता की मुश्किलें और बढ़ा दी है।

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