पटना में रक्षाबंधन का नजारा इस बार कुछ ऐसा रहा जैसे राखियों का सुनामी आ गया हो। मशहूर शिक्षक खान सर की कलाई पर इतनी राखियाँ बंधीं कि हाथ की स्किन ने भी ‘सपोर्ट टीम’ माँग ली।
हजारों बहनों का प्यार देखकर पूरा हॉल राखी-फेस्टिवल में बदल गया। खान सर के हाथ पर 5000 से ज्यादा राखी बंधी।
पाँच हजार बहनों का आशीर्वाद, ब्लड सर्कुलेशन हुआ परेशान
खान सर पर इस बार भी प्यार की ऐसी बरसात हुई कि पाँच हजार बहनों ने एक साथ राखी बाँध डाली। नतीजा?

हाथ का ब्लड सर्कुलेशन ने कहा, “भाई, ब्रेक दे दो।” शुरुआत में कुछ बहनों ने इतनी कसकर बाँधी कि लगता था जैसे फिटनेस बैंड चेक कर रही हों।
एस.के. मेमोरियल हॉल बना राखी का रणक्षेत्र
पटना का एस.के. मेमोरियल हॉल राखी के रंग में रंगा दिखा। दूर-दूर से आई बहनों ने लाइन लगाई और हर एक की इच्छा, “मेरी राखी सबसे ऊपर बँधे।”
नतीजा, खान सर का हाथ राखी-पहाड़ बन गया। फोटो खिंचाने वालों की भीड़ इतनी थी कि कैमरे गर्म हो गए।
156 डिश वाला ‘भाई-बहन भोज’
इस महाआयोजन में खान सर ने मेहमाननवाज़ी में भी रिकॉर्ड तोड़ दिया। पूरे 156 व्यंजन! पनीर से लेकर गुलाब जामुन तक, थाली इतनी भरी कि बहनें सोच में पड़ गईं, पहले राखी बाँधें या पहले प्लेट भरें। माहौल इतना मजेदार था कि हॉल हँसी-ठिठोली से गूंजता रहा।
कलियुग में भी ‘लाखों बहनों का प्यार’
मीडिया से बातचीत में खान सर ने कहा, “ये सौभाग्य इस कलियुग में शायद मुझे ही मिला है कि लाखों बहनों का इतना प्यार मिले।”
उन्होंने मजाक में जोड़ा, “अगली बार डॉक्टर को भी बुला लेंगे ताकि ब्लड सर्कुलेशन समय पर चेक होता रहे।”

‘स्टूडेंट ही मेरी बहन’, खान सर का रूल
खान सर ने कहा कि वे क्लास में हर लड़की को बहन मानते हैं। इसीलिए राखी के दिन तो यह रिश्ता और मजबूत हो जाता है।
खान सर ने कहा कि रक्षा बंधन हमारी संस्कृति की शान है और इसे ऐसे ही धूमधाम से मनाना चाहिए।
सोशल मीडिया पर वायरल, बहनों में ‘मैं भी जाना चाहती थी’ ट्रेंड
आयोजन की तस्वीरें सोशल मीडिया पर छा गईं। कई लड़कियों ने कमेंट किया, “अरे, हमें भी बुला लेते।”
कुछ ने मजाक किया, “अगली बार हाथ के साथ पैर पर भी राखी बाँधने की जगह रखिए।” कुल मिलाकर, पटना में यह राखी-महोत्सव अब साल का सबसे ट्रेंडिंग इवेंट बन गया।