Journalist Mukesh Chandrakar Murder: छत्तीसगढ़ के बीजापुर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। वहाँ एक पत्रकार मुकेश चंद्राकर की गला घोंटकर और सिर पर कुल्हाड़ी से सर काटकर हत्या कर दी गयी। कुल्हाड़ी का वार इतना गहरा था कि पत्रकार के सिर पर ढाई इंच का गड्ढा हो गया। इतना ही नहीं हत्या के बाद मुकेश की लाश को बैडमिंटन कोर्ट कैंपस के सेप्टिक टैंक में डालकर 4 इंच कंक्रीट से ढलाई कर दी गई।
Journalist Mukesh Chandrakar Murder: सच उजागर किया तो पत्रकार मुकेश की हत्या
Journalist Mukesh Chandrakar Murder: पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या ने प्रदेश में कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। आपको बता दें कि मुकेश ने हाल ही में 120 करोड़ की लागत से बनी सड़क में हुए घोटाले का खुलासा किया था। यह प्रोजेक्ट उनके रिश्तेदार और ठेकेदार सुरेश चंद्राकर से जुड़ा था और सुरेश चंद्राकर के सेप्टिक टैंक में ही मुकेश का शव मिला था अब सवाल ये है कि क्या इसी सच को उजागर करने की कीमत उन्हें अपनी जान देकर चुकानी पड़ी? और अब इससे भी बड़ा सवाल ये है कि क्या अब भ्रष्टाचार को उजागर करने की सजा मौत है। बता दें कि इस मामले में पहले भी कई पत्रकारों को ऐसी धमकियां मिलती रही है, और प्रशासन को इसकी खबर होने के बावजूद उन्होनें इस पर कोई एक्शन नहीं लिया।
घटना से पूरे देश में आक्रोश
Journalist Mukesh Chandrakar Murder: इस घटना से पूरे देश में आक्रोश है। क्षेत्र में पत्रकारों ने विरोध जताते हुए बीजापुर के नेशनल हाईवे-63 पर दो घंटे तक चक्का जाम किया। वहीं, पुलिस ने मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और 3 को हिरासत में लिया गया है। इस मामले ने अब तूल पकड़ लिया है। और अब सवाल ये है कि इस देश में अगर मीडिया जैसे पेशे के लोग सुरक्षित नहीं है तो प्रशासन आखिर ऐसे में क्या कर रहा है। क्यों ये भ्रष्टाचार की जड़ें इतनी फैलती जा रही है। और अब ये घटना सिर्फ एक हत्या नहीं है, बल्कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर एक हमला है। अब यह तय करना होगा कि सच को कुचला जाएगा या उसे बचाने के लिए मजबूत कदम उठाए जाएंगे।