Saturday, November 8, 2025

सांप और लोकमान्यता: सांप और गर्भवती महिला से जुड़ी मान्यता: क्या सच में सांप प्रेग्नेंट महिला को नहीं काटता?

सांप और लोकमान्यता: भारतीय समाज में सांपों को लेकर कई प्रकार की मान्यताएं प्रचलित हैं। एक ओर जहां नागों को देवता के रूप में पूजनीय माना जाता है — नाग पंचमी पर दूध चढ़ाया जाता है, तो वहीं दूसरी ओर लोग उनसे डरते भी हैं क्योंकि उनका जहर जानलेवा होता है।

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इन्हीं मान्यताओं में एक सबसे प्रसिद्ध विश्वास यह भी है कि सांप कभी गर्भवती महिला को नहीं काटता। बल्कि कहा जाता है कि अगर सांप गर्भवती महिला को देख ले तो वह अंधा हो जाता है और अपना रास्ता बदल लेता है।

सांप और लोकमान्यता: ब्रह्मवैवर्त पुराण की कथा और मान्यता की उत्पत्ति

सांप और लोकमान्यता: इस लोकमान्यता की जड़ें हिंदू धर्मग्रंथ ब्रह्मवैवर्त पुराण में बताई जाती हैं। पुराण के अनुसार, एक बार एक गर्भवती महिला भगवान शिव की तपस्या कर रही थी। तभी दो सर्प वहां आ पहुंचे और उसे परेशान करने लगे, जिससे उसका ध्यान भंग हो गया।

इस पर गर्भस्थ शिशु क्रोधित हो गया और उसने समस्त सर्प वंश को यह श्राप दे दिया कि –

“आज के बाद यदि कोई सर्प किसी गर्भवती स्त्री के पास जाएगा या उसे देखेगा, तो वह अंधा हो जाएगा।”

इसी कथा के आधार पर यह विश्वास फैल गया कि सांप गर्भवती महिला को देखकर काटते नहीं हैं, बल्कि उनसे दूर चले जाते हैं।

सांप और लोकमान्यता: क्या वाकई सांप गर्भवती महिला को देखकर अंधे हो जाते हैं?

सांप और लोकमान्यता: धार्मिक मान्यता के अनुसार यह घटना एक श्राप के रूप में वर्णित है, लेकिन विज्ञान इस विश्वास को नहीं मानता।

विज्ञान के अनुसार, सांप की दृष्टि बहुत कमजोर होती है, वह देखने से ज्यादा गंध और कंपन (vibration) के आधार पर पहचान करता है। यानी उसे यह पता ही नहीं चल सकता कि सामने खड़ी महिला गर्भवती है या नहीं।

इसलिए यह मानना कि सांप गर्भवती महिला को देखकर अंधा हो जाता है, वैज्ञानिक दृष्टि से असंभव है।

विज्ञान क्या कहता है?

सांप और लोकमान्यता: विज्ञान स्पष्ट रूप से कहता है कि सांप केवल आत्मरक्षा के लिए ही हमला करते हैं।
यदि कोई व्यक्ति – चाहे वह पुरुष हो, महिला हो या गर्भवती महिला – सांप के बहुत करीब चला जाए या उसे डराने की कोशिश करे, तो सांप स्वाभाविक रूप से रक्षा के लिए काट सकता है।
सांप यह तय नहीं करता कि सामने कौन है, वह केवल अपने खतरे का आकलन करता है।

सांप और लोकमान्यता: क्या गर्भवती महिला को सांप से अधिक खतरा होता है?

सांप और लोकमान्यता: जी हाँ, अगर सांप काट ले, तो गर्भवती महिला के लिए यह स्थिति ज्यादा गंभीर हो सकती है।
सांप के जहर का असर केवल मां पर ही नहीं, बल्कि भ्रूण पर भी पड़ सकता है।
जहर से रक्तचाप में गिरावट, आंतरिक रक्तस्राव और ऑक्सीजन की कमी जैसी स्थितियाँ बन सकती हैं, जो मां और बच्चे दोनों के लिए घातक हो सकती हैं।

सावधानियां और सही कदम

अगर आप गर्भवती हैं और ऐसे क्षेत्र में रहती हैं जहां सांपों का खतरा होता है, तो इन बातों का ध्यान रखें:

घर और आसपास की जगह साफ-सुथरी और सूखी रखें।

झाड़ियों, लकड़ी के ढेर या बिलों के पास न जाएं।

रात में टॉर्च या रोशनी लेकर ही बाहर निकलें।

सांप दिखे तो तुरंत सुरक्षित दूरी बनाएं, मारने या छेड़ने की कोशिश न करें।

काटने की स्थिति में तुरंत नजदीकी अस्पताल जाएं, घरेलू उपायों में समय न गंवाएं।

निष्कर्ष नहीं, पर समझ जरूरी है

सांप और गर्भवती महिला से जुड़ी यह मान्यता लोकविश्वास और धार्मिक कथाओं पर आधारित है।
हालांकि इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है, फिर भी यह विश्वास आज भी भारत के कई हिस्सों में जीवित है।
सच्चाई यही है कि सांप कभी भी किसी को अनावश्यक रूप से नहीं काटता, लेकिन अगर उसे खतरा महसूस हो तो वह आत्मरक्षा में जरूर हमला कर सकता है।

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