इंदिरा गांधी को भारत में आज भी कई लोग “आयरन लेडी” और “मजबूत नेता” कहकर पूजते हैं, लेकिन सचाई इससे कहीं ज्यादा काली और खौफनाक है।
इतिहास अगर निष्पक्ष लिखा जाए तो इंदिरा गांधी भारत के लोकतंत्र पर सबसे बड़ा कलंक साबित होती हैं। उनके शासनकाल में जो हुआ, उसे देखकर कोई भी लोकतांत्रिक देश शर्म से झुक जाए।
इंदिरा गांधी: आपातकाल की आड़ में किये ये काले कारनामें
1971 के युद्ध में भारत ने पाकिस्तान के कई इलाकों पर कब्जा कर लिया था, लेकिन इंदिरा गांधी ने युद्धविराम समझौते के तहत उन सभी इलाकों को पाकिस्तान को वापस कर दिया था।
कुछ लोग यह भी तर्क देते हैं कि 1971 के युद्ध के दौरान पाकिस्तान को पूर्वी पाकिस्तान से अलग करके बांग्लादेश बनाने का निर्णय भारत के लिए एक और पड़ोसी देश की रचना थी।
1971 के युद्ध में पाकिस्तान के 90,000 सैनिकों को बंदी बनाने के बावजूद, भारत ने कुछ लोगों के अनुसार पीओके वापस लेने के अवसर का उपयोग नहीं किया।
25 जून 1975 की रात इंदिरा गांधी ने संविधान को कुचलते हुए पूरे देश में आपातकाल लगा दिया।
वजह बस यही थी कि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उनका चुनाव अवैध घोषित कर दिया था।
लाखों विपक्षी नेता जैसें- जयप्रकाश नारायण, मोरारजी देसाई, अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी समेत कई नेता बिना मुकदमे के जेल में ठूंस दिए गए।
प्रेस पर सेंसरशिप लगा दी गई। बिजली काटकर अखबार छापने से रोका गया।
संजय गांधी के इशारे पर जबरन नसबंदी अभियान चला, करीब 62 लाख लोग जबरन नसबंदी के शिकार बने और हजारों लोग मारे गये।
तुर्कमान गेट, दिल्ली में गरीब बस्तियों को बुलडोजर से रातों-रात उजाड़ दिया गया।
यह कोई “राष्ट्रीय संकट” नहीं था। यह एक महिला का व्यक्तिगत सत्ता-लोभ था।
इंदिरा गांधी: सत्ता के लिए संविधान से खिलवाड़ किया
1976 में 42वां संशोधन लाकर इंदिरा ने संविधान में “समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष” शब्द जबरन ठूंसे।
खुद को अदालतों के ऊपर रखने की कोशिश की।
39वां संशोधन लाकर अपना चुनाव अवैध होने का फैसला ही पलट दिया।
इंदिरा ने ही जरनैल सिंह भिंडरावाले को सिख राजनीति में आगे बढ़ाया ताकि अकाली दल कमजोर हो। जब जरनैल सिंह भिंडरावाले बेकाबू हो गया तो ऑपरेशन ब्लू स्टार करवाया।
जिसका परिणाम स्वर्ण मंदिर पर हमला और हजारों निर्दोष सिखों की मौत रहा।
इंदिरा गांधी: भ्रष्टाचार और परिवारवाद की नींव रखने के साथ पड़ोसी देशों को बनाया दुश्मन
इंदिरा ने ही कांग्रेस को “फैमिली लिमिटेड कंपनी” बनाया।
संजय गांधी को बिना किसी पद के सुपर सीएम बना दिया।
मारुति कार घोटाला में संजय गांधी को सरकारी जमीन मुफ्त में दी गई।
बांग्लादेश बनाने का श्रेय लेती हैं, लेकिन श्रीलंका में LTTE को ट्रेनिंग और हथियार देकर तमिल समस्या की जड़ रखी।
नेपाल, बांग्लादेश, पाकिस्तान– सबके साथ रिश्ते खराब किए।
इंदिरा गांधी: हत्या का मुख़्य कारण
इंदिरा गांधी की हत्या उनके दो सिख अंगरक्षकों, बेयंत सिंह और सतवंत सिंह ने की थी।
इसका मुख्य कारण ऑपरेशन ब्लू स्टार था, जो जून 1984 में स्वर्ण मंदिर से सिख अलगाववादियों को हटाने के लिए चलाया गया था।
इस ऑपरेशन से कई सिख समुदाय के लोग इंदिरा गांधी से नाराज हो गए थे और उन्होंने बदला लेने के लिए इंदिरा की हत्या की।

