Thursday, November 21, 2024

Hindenburg: अब हिंडनबर्ग की रिपोर्ट किसको बनाएगी अपना नया शिकार, अडानी के बाद अब भारत में आया किसका नंबर

Hindenburg: हिंडनबर्ग के रिपोर्ट अपने खुलासों के चलते काफी सुर्खियां बटोरती है। पिछली बार अडानी ग्रुप को लेकर आयी एक रिपोर्ट ने पूराबाजार में कोहराम मचा दिया था। अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च अब एक बार फिर सुर्ख़ियों में है। जल्द ही वो भारत को लेकर नया खुलासा करने वाली है। जब से ये खबर सामने आयी तब से बाजार में कयासों की हलचल मची हुयी है।

WhatsApp Channel Join Now
Telegram Channel Join Now

अब Hindenburg की रिपोर्ट किसे बनाने वाली है अपना शिकार

अब सभी के दिमाग में एक ही सवाल है कि इस बार हिंडनबर्ग कि रिपोर्ट का नया शिकार कौन होने वाला है। भारत में हिंडनबर्ग कि रिपोर्ट पिछले साल जनवरी में चर्चा में आयी थी। उस समय रिपोर्ट में एशिया के सबसे अमीर शख्स गौतम अडानी के बिजनेस ग्रुप के खिलाफ एक विवादित रिपोर्ट जारी की थी। उस रिपोर्ट में अडानी ग्रुप के ऊपर कई से आरोप लगाए गए थे। जिनमें शेयर मार्किट में हेरा-फेरी से लेकर बिजनेस में गलत तरीके अपनाने जैसे संगीन आरोप शामिल थे।

इस रिपोर्ट की वजह से अडानी को झेलना पड़ा था 86 बिलियन डॉलर्स का नुकसान

हिंडनबर्ग की आयी इस रिपोर्ट ने अडानी ग्रुप को काफी परेशानियों में डाल दिया था। आज तक भी अडानी ग्रुप उस नुकसान की भरपाई नहीं कर पाया है। हिंडनबर्ग की एक रिपोर्ट से अडानी ग्रुप के सारे शेयर्स में भारी गिरावट आयी थी। कई शेयर्स की हालत तो ये हो गयी थी कि उन पर हर रोज लोअर र्किट लगता रहा। उस समय अडानी ग्रुप को इस एक रिपोर्ट के कारण 86 बिलियन डॉलर्स का नुकसान झेलना पड़ा था।

Hindenburg का एक भी आरोप साबित नहीं हुआ

हिंडनबर्ग कि रिपोर्ट में जो भी आरोप अडानी ग्रुप के ऊपर लगाए गए थे वो अभी तक भी साबित नहीं हुए हैं। अडानी ग्रुप ने इसे सिरे से ख़ारिज किया था और इसे भारत के ऊपर हमला बताया था। बाद में इन सभी आरोपों की बाजार नियामक सेबी ने जांच भी की, जिसकी निगरानी सुप्रीम कोर्ट ने की। लेकिन आज तक भी अडानी ग्रुप के ऊपर लगे आरोप सच साबित नहीं हुए हैं। इस वजह से हिंडनबर्ग को लेकर अब लोगों की धारणा बदलने लगी है। उनको लगने लगा है कि हिंडनबर्ग ने जानबूझकर अडानी ग्रुप को निशाना बनाया था।

हिंडनबर्ग को बैन करने की मांग

शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च के नए अपडेट पर खास तौर से भारतीय उसेर्स मांग कर रहे हैं कि इसे बैन कर दिया जाए। कुछयूजर्स का तो कहना है कि इसके सारे सोशल मीडिया हैंडल्स को भारत में बैन कर दिया जाना चाहिए क्योंकि ये कंपनी झूटी खबरें फैलाकर लोगों का नाम खराब करती है।

लेकिन अब देखने वाली बात ये होगी कि अब इस रिपोर्ट का नया शिकार कौन बनेगा। अब अडानी के बाद अगला नंबर किसका लगने वाला है।

ये भी पढ़ें:JJJ Scam: पूर्व मंत्री महेश जोशी के करीबी संजय बड़ाया ने ली 5.40 करोड़ की घूस, ईडी का दावा

- Advertisement -

More articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisement -

Latest article