हरियाणा के नूहं ज़िले से एक बड़ा मामला सामने आया है।
यहाँ एक हिंदू महिला का जबरन धर्मांतरण कराने और उसका शारीरिक व मानसिक शोषण करने के आरोप में पुलिस ने आज़म को गिरफ्तार किया है।
यह गिरफ्तारी हरियाणा के ‘गैरकानूनी धर्मांतरण प्रतिषेध अधिनियम 2022’ के तहत की गई पहली कार्रवाई है।
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हरियाणा: आजम के जाल में ऐसे फंसी पीड़िता
हरियाणा: पीड़िता का नाम शीला उर्फ कंचन है, जो मूल रूप से उत्तर प्रदेश के हमीरपुर ज़िले के धनपुरा गाँव की रहने वाली है।
शीला की शादी 2008 में छुट्टन नाम के व्यक्ति से हुई थी, लेकिन पति की नशे की लत और अपराधी प्रवृत्ति के कारण शादीशुदा जीवन बिखर गया।
हरियाणा: छुट्टन हत्या के मामले में जेल चला गया और शीला दो बच्चों के साथ अकेली रह गई।
साल 2020 में शीला की मुलाकात आज़म से हुई।
उसने मदद और बच्चों की देखभाल का भरोसा दिलाकर शीला का विश्वास जीता।
बाद में शीला ने आरोप लगाया कि आज़म ने उसे मौलाना से जबरन धर्मांतरण कराया, कलमा पढ़वाया और उसका नाम बदलकर ‘साईबा’ रख दिया।
इसके बाद जबरन निकाह भी किया गया।
जिहादी आजम ने पीड़िता के घर में राखी मूर्तियां तोड़ी, जबरन बुरका पहनाया, कलमा पढ़वाया, मांस खिलाया
हरियाणा: निकाह के बाद शीला के साथ लगातार मारपीट और प्रताड़ना की गई।
आरोप है कि घर में रखी हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियाँ तोड़ी गईं, जबरन बुर्का पहनने, नमाज़ पढ़ने और तबलीगी जमात में शामिल होने का दबाव बनाया गया।
इतना ही नहीं, उसे जबरन मांस खिलाया गया और उसकी मजदूरी की कमाई भी छीन ली जाती थी।
आजम निकला जिहादी, पहले से था शादीशुदा
शीला को बाद में पता चला कि आज़म पहले से शादीशुदा है और उसके बच्चे भी हैं।
जब उसने आज़म के परिवार से बातचीत करनी चाही, तो उस पर हमला कर दिया गया।
किसी तरह जान बचाकर शीला नूहं वापस लौटी, लेकिन आज़म फिर से उसके साथ रहने आ गया और प्रताड़ना जारी रखी।
पुलिस की हिरासत में जिहादी आजम
आख़िरकार पीड़िता ने हिम्मत जुटाकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
उसने बताया कि आज़म के साले भी फोन पर अश्लील बातें करते और निकाह का दबाव डालते थे।
शिकायत मिलने पर DSP और SP के निर्देश पर आज़म को गिरफ्तार कर लिया गया।
SP राजेश कुमार ने बताया कि यह नूहं ज़िले में धर्मांतरण विरोधी कानून के तहत पहली गिरफ्तारी है और मामले की गहन जाँच जारी है।