रोजमर्रा आदतें: आज की तेज़ रफ्तार ज़िंदगी में लोग अक्सर अपनी मेंटल हेल्थ को नज़रअंदाज़ कर देते हैं। लगातार काम, स्क्रीन टाइम और भागदौड़ भरी लाइफस्टाइल हमारे दिमाग को ओवरलोड कर देती है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह आदतें धीरे-धीरे दिमाग की क्षमता को कम करती हैं और फोकस व सोचने की शक्ति पर असर डालती हैं।
Table of Contents
ये आदतें चुपचाप कर रही हैं दिमाग को कमजोर
1. नींद की कमी
रोजमर्रा आदतें: अच्छी और पूरी नींद न लेने से दिमाग से टॉक्सिन्स बाहर नहीं निकल पाते। नतीजा यह होता है कि सोचने और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता प्रभावित होती है।
2. लंबे समय तक बैठना
रोजमर्रा आदतें: लगातार बैठकर काम करने से ब्लड सर्कुलेशन धीमा हो जाता है। इससे दिमाग की ऊर्जा और काम करने की क्षमता पर नकारात्मक असर पड़ता है।
3. मल्टी-टास्किंग की आदत
रोजमर्रा आदतें: बार-बार एक काम से दूसरे काम पर स्विच करने से फोकस टूटता है। यह दिमाग की मेमोरी और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता को भी कमजोर करता है।
4. खराब खानपान
ज्यादा प्रोसेस्ड फूड और शुगर का सेवन दिमाग की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाता है। इससे न सिर्फ याददाश्त पर असर पड़ता है, बल्कि मूड स्विंग भी बढ़ सकते हैं।
5. लगातार तनाव
तनाव की वजह से शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन बढ़ जाता है। इससे हिप्पोकैम्पस प्रभावित होता है, जो दिमाग की मेमोरी और नींद के लिए बेहद जरूरी है।
6. पानी कम पीना
हाइड्रेशन की कमी से भी ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है। पर्याप्त पानी न पीने से दिमाग थकान और सुस्ती का शिकार हो सकता है।
कैसे पाएं दिमाग को स्वस्थ और एक्टिव
व्यवस्थित रहें
रोजमर्रा आदतें: डेली प्लानिंग की आदत डालें। इससे दिमाग पर अनावश्यक बोझ कम होगा और जरूरी काम समय पर पूरे होंगे।
पर्याप्त नींद लें
रोज़ाना 6 से 8 घंटे की गहरी नींद दिमाग के लिए बेहद जरूरी है। नींद से दिमाग को जानकारी स्टोर करने और रिफ्रेश होने का मौका मिलता है।
मेंटल एक्सरसाइज करें
रोजमर्रा आदतें: पज़ल्स सॉल्व करना, नई स्किल सीखना, जर्नलिंग, योग और मेडिटेशन दिमागी कनेक्शन को मजबूत करते हैं और ब्रेन को एक्टिव रखते हैं।
रोज़ाना फिजिकल एक्टिविटी करें
नियमित व्यायाम से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और न्यूरोजेनेसिस (नई ब्रेन सेल्स का निर्माण) को बढ़ावा मिलता है।