Gujarat: गुजरात सरकार ने अवैध रूप से राज्य में रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ सख्त कदम उठाया है। हाल ही में एक बड़े ऑपरेशन के तहत राज्य के अलग-अलग शहरों से पकड़े गए 250 अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को डिपोर्ट कर उनके देश वापस भेज दिया गया।
इन्हें हथकड़ी लगाकर वडोदरा एयरफोर्स स्टेशन लाया गया और एक विशेष विमान से ढाका रवाना किया गया।
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Gujarat: अवैध तरीके से रह रहें लोग
ये सभी प्रवासी अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा और राजकोट जैसे शहरों में बिना वैध दस्तावेजों के रह रहे थे। गृह मंत्रालय ने केंद्रीय एजेंसियों और गुजरात एटीएस के साथ मिलकर इस पूरी प्रक्रिया को अंजाम दिया।
बताया गया कि ये लोग फर्जी पहचान पत्र, अधूरे कागज़ात और कभी-कभी बिना किसी पहचान के यहां रह रहे थे। कई लोगों ने यहां छोटी बस्तियां बनाकर सालों से जड़ें जमा रखी थीं।
300 से बांग्लादेशी डिपोर्ट
इस तरह की कार्रवाई पहली बार नहीं हुई है। इससे पहले भी वडोदरा से 300 से ज्यादा अवैध बांग्लादेशी डिपोर्ट किए जा चुके हैं। लेकिन इस बार की कार्रवाई पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार के निर्देशों के तहत तेज़ी से की गई।
पूरे देश में अवैध घुसपैठियों के खिलाफ चल रहे अभियान का हिस्सा है ये ऑपरेशन।
मिनी बांग्लादेश के नाम से जानते है लोग
सबसे बड़ी और चर्चित कार्रवाई अहमदाबाद के चंडोला झील क्षेत्र में हुई, जिसे स्थानीय लोग ‘मिनी बांग्लादेश’ के नाम से जानते थे। इस इलाके में झील के आसपास अवैध रूप से झुग्गी-झोपड़ियां बसा ली गई थीं।
दो चरणों में बुलडोजर चलाकर इस पूरे क्षेत्र को खाली कराया गया और सैकड़ों घुसपैठियों को पकड़ा गया।
गुजरात सरकार एक्शन मोड में
गुजरात सरकार का कहना है कि राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए ऐसी कार्रवाई ज़रूरी है। इसके ज़रिए साफ संदेश दिया गया है कि अवैध रूप से रहने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
राज्य पुलिस और खुफिया एजेंसियां अब अन्य संदिग्ध प्रवासियों पर भी नजर रख रही हैं और आने वाले समय में और डिपोर्टेशन हो सकते हैं।
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