श्रीनगर के लाल चौक पर इस बार दिवाली का जश्न कुछ अलग अंदाज़ में मनाया गया।
यहां लोगों ने 25,000 से अधिक दीयों से “ऑपरेशन सिंदूर” लिखा, जो देश की सुरक्षा और वीरता का प्रतीक बना।
पूरा शहर रोशनी में नहाया हुआ दिखा। घंटाघर के आसपास उमड़ी भीड़ ने भारत के वीर जवानों के लिए जयकारे लगाए और ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का जश्न मनाया।
राजधानी में दिवाली के बाद जहरीली हुई हवा
जहां एक ओर देशभर में दिवाली की खुशी छाई रही, वहीं दिल्ली और एनसीआर में आतिशबाजी का असर खतरनाक साबित हुआ। एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 999 के पार पहुंच गया, जिससे हवा ‘बेहद खतरनाक’ श्रेणी में आ गई।
सुप्रीम कोर्ट ने केवल तय समय में ‘ग्रीन पटाखे’ चलाने की अनुमति दी थी, लेकिन नियमों का पालन नहीं हुआ।
इसके चलते राजधानी की हवा में धुआं और ज़हरीले तत्वों की मात्रा दोगुनी से भी अधिक बढ़ गई।
डॉक्टरों और विशेषज्ञों ने लोगों से घरों में रहने और मास्क लगाने की अपील की।
देशभर में दीपों की छटा, मंदिरों में उमड़ी श्रद्धा
उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम तक भारत दीपों से जगमगा उठा। घरों और मंदिरों में मिट्टी के दीयों की रौशनी फैली और हर गली मोहल्ला सुनहरी चमक से भर गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बार दिवाली आईएनएस विक्रांत पर भारतीय नौसेना के जवानों के साथ मनाई और देश की सीमाओं की सुरक्षा में जुटे हर सैनिक को शुभकामनाएँ दीं।
वहीं, कोलकाता में भव्य काली पूजा का आयोजन हुआ और भारत-बांग्लादेश सीमा पर जवानों ने मोमबत्तियाँ जलाकर भाईचारे और शांति का संदेश दिया।
पाकिस्तान से शांति संदेश, विदेशों में भी मनी दिवाली
पड़ोसी देश पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भी इस बार दिवाली पर शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा, “हम सब मिलकर रहें, हर व्यक्ति खुश रहे, चाहे वह किसी भी धर्म का क्यों न हो।”
भारत के अलावा लंदन में श्री स्वामीनारायण मंदिर में दिवाली समारोह धूमधाम से मनाया गया।
वहीं, ऑस्ट्रेलिया के सिडनी ओपेरा हाउस को दीयों और लाइट्स से सजाया गया, जिससे पूरा परिसर भारतीय संस्कृति की चमक में डूब गया।

