Dhaka: झारखंड में जल्द ही चुनाव होने है। इस को लेकर बीजेपी लगातार झारखडं में काम कर रही। गृह मंत्री अमित शाह ने एक रैली के दौरान कुछ ऐसा कह दिया जिससे बंगलदेश की अंतरिम सरकार भड़क गयी।
दरअसल गृह मंत्री अमित शाह ने बोकारो की एक रैली में बांग्लादेशी घुसपैठियों को देश से बहार निकाल फेंकने की बात कही थी। उन्होनें घुसपैठियों का भारत में घुसना चिंता का विषय बताया है।
अमित शाह ने क्या कहा
Dhaka: सोमवार को झाकरखंड में एक रैली के दौरान बांग्लादेशी घुसपैठियों पर बात की थी। अमित शाह ने कहा कि भारत में ” घुसपैठियों के लिए कोई जगह नहीं है। एक बार झारखंड में बीजेपी आ जाए फिर वो चुन-चुन कर बांग्लादेशी घुसपैठियों को और रोहिंग्या मुसलमानों को बहार निकालेगी।” उन्होनें कहा कि यो लोग हमारी बेटियों से शादी कर रहे है, हमारी संपत्ति हड़प रहे हैं और समृद्ध आदिवासी संगठन की विरासत को नष्ट कर रहे हैं। अगर ऐसा ही चलता रहा तो आना तो अगले 25-30 साल में ये लोग बहुसंख्यक हो जाएंगे।
भारत में घुसपैठिए आते हैं और बस जाते हैं
भारत में बांग्लादेशी घुसपैठियों और रोहिंग्या मुसलमानों का आना हमेशा ही लगा रहा है। इसकी संख्या बढ़ना हमेशा से चिंता का विषय रहा है। कुछ रिपोर्ट्स में तो ये तक बताया गया है कि भारत में घुसपैठियों के आंकड़े 2 करोड़ हैं। कई बार खबरें आती हैं कि म्यांमार और बांग्लादेश से लोग यहां आकर बस जाते हैं फिर कुछ समय बाद फर्जी तरीके से भारत की नागरिकता भी ले लेते हैं।
अमित शाह के बयान पर भड़का बांग्लादेश
इस बयान के बाद बांग्लादेश की सरकार भड़क उठी। बांग्लादेश के अंतरिम प्रधानमंत्री मो. यूनुस ने इसे ‘आपत्तिजनक और अस्वीकार्य’ करार दिया, साथ ही कहा कि ऐसे बयानों से दोनों देशों के बीच आपसी सम्मान और समझ कमजोर होती है। हालांकि, मो. यूनुस खुद बांग्लादेश की कमान हाथ में लेने से अब तक भारत भारत विरोधी बयान देते आ रहे हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या बांग्लादेश सिर्फ अपने फायदे के लिए भारत के साथ रिश्तों को इस्तेमाल कर रहा है? क्या यूनुस का यह विरोध वास्तविक है, या सिर्फ राजनीति का एक और दांव? जब इन्हें भारत से कुछ लेना हो तो रिश्ते याद आते हैं लेकिन विरोधी बयान भी भारत को लेकर ही देते हैं।