Tuesday, November 11, 2025

फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी से निकला आतंक का जाल: लैब में बन रहा था विस्फोटक, डॉक्टर से आतंकी बना ‘उमर नबी’

फरीदाबाद: दिल्ली में हुए कार ब्लास्ट की जांच अब फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी तक पहुँच चुकी है। 11 नवंबर 2025 को दिल्ली पुलिस और NIA की संयुक्त टीम ने यूनिवर्सिटी परिसर में छापेमारी की।

WhatsApp Channel Join Now
Telegram Channel Join Now

प्रारंभिक जांच में पता चला कि जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवातुल-हिंद जैसे आतंकी संगठनों का एक अंतरराष्ट्रीय मॉड्यूल इस यूनिवर्सिटी से संचालित हो रहा था।

पुलिस के मुताबिक, यह नेटवर्क शिक्षण और पेशेवर संस्थानों में अपनी जड़ें फैला चुका था।

फंड ट्रांसफर, कट्टरपंथी विचार फैलाने और विस्फोटक जुटाने के लिए एन्क्रिप्टेड चैनल्स, NGO फ्रंट्स और यूनिवर्सिटी नेटवर्क का इस्तेमाल किया जा रहा था। जांच एजेंसियों को शक है कि यूनिवर्सिटी की लैब में RDX जैसे विस्फोटक तैयार किए जा रहे थे।

आतंकी उमर नबी, डॉक्टर से दहशतगर्द तक

फरीदाबाद: छापेमारी के दौरान पुलिस ने यूनिवर्सिटी के लैब में काम करने वाले तीन कर्मचारियों को हिरासत में लिया।

इसी जांच में खुलासा हुआ कि दिल्ली ब्लास्ट में शामिल आतंकी उमर नबी भी अल-फलाह यूनिवर्सिटी में डॉक्टर के पद पर कार्यरत था।

बताया गया कि ब्लास्ट के दिन उमर नबी यूनिवर्सिटी से i20 कार लेकर निकला था, जो बाद में दिल्ली के लाल किले के पास विस्फोट में इस्तेमाल हुई।

यह वही कार थी जिससे सोमवार को राजधानी में धमाका हुआ।

फतेहपुर तगा मस्जिदों में जांच, 4 जमाती हिरासत में

फरीदाबाद: इस पूरे नेटवर्क के तार फरीदाबाद के फतेहपुर तगा गाँव की मस्जिदों से भी जुड़ते दिखाई दे रहे हैं। पुलिस ने यहाँ छापेमारी कर कश्मीर, तमिलनाडु और नूंह से आए जमातियों से पूछताछ की।

आतंकी डॉक्टर मुजम्मिल, जो अल-फलाह यूनिवर्सिटी से गिरफ्तार हुआ था, फतेहपुर तगा की ही एक मस्जिद में नियमित रूप से नमाज़ पढ़ा करता था। संदेह के आधार पर पुलिस ने चार जमातियों को हिरासत में लिया है।

श्रीनगर पोस्टरों से शुरू हुई जांच

फरीदाबाद: 19 अक्टूबर 2025 को श्रीनगर के बनपोरा नौगाम इलाके में जैश-ए-मोहम्मद के धमकी भरे पोस्टर मिलने के बाद से ही सुरक्षा एजेंसियाँ सतर्क हो गई थीं।

इन्हीं पोस्टरों के बाद NIA और ATS ने देशभर में सर्च ऑपरेशन शुरू किया, जिसके दौरान डॉ. मुजम्मिल की गिरफ्तारी ने कई रहस्यों से पर्दा उठाया।

हथियारों का बड़ा जखीरा, 2900 किलो विस्फोटक बरामद

फरीदाबाद: डॉ. मुजम्मिल की गिरफ्तारी के बाद उसके साथियों की गिरफ़्तारियों की कड़ी आगे बढ़ी।

उसका दोस्त डॉ. अकील अहमद 360 किलो RDX और हथियारों के साथ पकड़ा गया।

इसके बाद उसके करीबी इमाम इरफान को फरीदाबाद से और लखनऊ की महिला डॉक्टर शाहीना, जो मुजम्मिल की गर्लफ्रेंड बताई जाती है, को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने AK-47 और विस्फोटक के साथ कार से गिरफ्तार किया।

अब तक की कार्रवाई में एजेंसियों ने कुल 2900 किलो विस्फोटक बरामद किया है, जिससे यह साफ़ हो गया है कि यह मॉड्यूल देशभर में बड़े आतंकी हमलों की साजिश रच रहा था।

लाल किले ब्लास्ट से खुली साजिश की पोल

फरीदाबाद: हैरानी तब हुई जब अल-फलाह यूनिवर्सिटी के इस आतंकी नेटवर्क का नाम दिल्ली के लाल किले ब्लास्ट में सामने आया।

माना जा रहा है कि ब्लास्ट उमर नबी की i20 कार में लगे विस्फोटक से हुआ, और यह हमला उसी नेटवर्क द्वारा रचा गया था, जिसकी जड़ें फरीदाबाद की यूनिवर्सिटी और मस्जिदों में थीं।

देश की सुरक्षा एजेंसियाँ अब इस नेटवर्क के ‘व्हाइट कॉलर’ आतंक की तह तक पहुँचने में जुटी हैं, जो शिक्षा और धर्म के नाम पर आतंक फैलाने की कोशिश कर रहा था।

- Advertisement -

More articles

- Advertisement -

Latest article