CM Yogi On Aurangzeb: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान समाजवादी पार्टी (सपा) पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि सपा के नेता औरंगजेब का महिमामंडन कर रहे हैं, जिससे स्पष्ट होता है कि जिनका जैसा आदर्श होता है, उनका आचरण भी वैसा ही होता है।
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सपा पर सीएम योगी का हमला
CM Yogi On Aurangzeb: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि समाजवादी पार्टी के नेताओं का झुकाव उन ऐतिहासिक व्यक्तियों की ओर है, जिन्होंने भारत की संस्कृति और विरासत को हानि पहुंचाई। उन्होंने आरोप लगाया कि सपा औरंगजेब को महिमामंडित कर रही है, जबकि वह एक ऐसा शासक था जिसने भारतीय परंपराओं और संस्कृति पर आक्रमण किया।
योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा, “हम भगवान राम, कृष्ण और शिव को अपना आदर्श मानते हैं, इसलिए हमारी सोच और कार्य उन्हीं के अनुसार होते हैं। जो लोग बाबर और औरंगजेब को अपना आदर्श मानते हैं, उनका आचरण भी वैसा ही होता है।”
विरासत के सम्मान पर जोर
CM Yogi On Aurangzeb: इंटरव्यू के दौरान जब योगी आदित्यनाथ से पूछा गया कि अखिलेश यादव का कहना है कि ‘डबल इंजन की सरकार के दोनों इंजन अब एक-दूसरे को नमस्ते तक नहीं करते’, तो उन्होंने जवाब दिया कि यह उनके संस्कारों की बात है। उन्होंने कहा, “हम अपनी विरासत को सम्मान देते हैं, अपने पूर्वजों के प्रति सम्मान प्रकट करते हैं, लेकिन जिनका आदर्श औरंगजेब हो, उनका आचरण भी वैसा ही होता है।”
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी के नेता लगातार इतिहास के तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जब भारतीय जनता पार्टी सरदार वल्लभभाई पटेल की ‘रन फॉर यूनिटी’ का आयोजन कर रही थी, तब समाजवादी पार्टी के नेता औरंगजेब का महिमामंडन कर रहे थे।
औरंगजेब और इतिहास का विवाद
CM Yogi On Aurangzeb: योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष के उन आरोपों पर भी प्रतिक्रिया दी, जिसमें कहा गया था कि भाजपा नेताओं को इतिहास की सही जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के नेता औरंगजेब, बाबर और जिन्ना जैसे लोगों को अपना आदर्श मानते हैं। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि, “क्या ये लोग महाराणा प्रताप, छत्रपति शिवाजी महाराज, गुरु गोविंद सिंह के बारे में कुछ जानते हैं? इतिहास के बारे में वही लोग हमें ज्ञान देंगे, जो औरंगजेब की पूजा करते हैं?”
उन्होंने आगे कहा कि भारत का इतिहास उन महापुरुषों का सम्मान करता है, जिन्होंने देश और संस्कृति की रक्षा की। लेकिन कुछ लोग अपने राजनीतिक लाभ के लिए इतिहास को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहे हैं।
क्या है औरंगजेब और राणा सांगा विवाद?
CM Yogi On Aurangzeb: सपा के वरिष्ठ नेता रामजीलाल सुमन ने हाल ही में राणा सांगा को लेकर एक विवादित बयान दिया, जिसमें उन्होंने राणा सांग को ‘गद्दार’ और ‘देशद्रोही’ कहा। उनके इस बयान के बाद से राजस्थान सहित राजपूत समाज में भरी आक्रोश देखा गया।
योगी आदित्यनाथ ने इस विवाद पर भी प्रतिक्रिया दी और कहा कि “आज तुष्टिकरण की राजनीति के चलते हमारे महापुरुषों को खलनायक बनाने की कोशिश की जा रही है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ लोग औरंगजेब जैसे आततायी शासक को महिमामंडित कर रहे हैं और देश के असली नायकों का अपमान कर रहे हैं।”
राजपूत समाज की नाराजगी
CM Yogi On Aurangzeb: रामजीलाल सुमन के बयान के बाद उत्तर प्रदेश में राजपूत समुदाय की ओर से तीखी प्रतिक्रियाएं आई हैं। कई बड़े क्षत्रिय नेताओं ने इस बयान की निंदा की है। जनसत्ता दल के नेता राजा भैया ने कहा, “समाजवादी पार्टी के नेताओं के बयान सत्य से परे और राष्ट्रवादी भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि तुष्टिकरण की राजनीति के कारण हमारे महापुरुषों को अपमानित किया जा रहा है।”
भाजपा के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने भी इस बयान की आलोचना करते हुए कहा कि “समाजवादी पार्टी को इस बयान का खामियाजा भुगतना पड़ेगा।”
2027 विधानसभा चुनावों पर असर
उत्तर प्रदेश में राजपूत समुदाय का राजनीतिक प्रभाव हमेशा से महत्वपूर्ण रहा है। 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा को इस समुदाय का व्यापक समर्थन मिला था। लेकिन समाजवादी पार्टी अब अपनी पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक (पीडीए) राजनीति पर जोर दे रही है।
विश्लेषकों का मानना है कि अगर समाजवादी पार्टी के नेता इसी तरह के बयान देते रहे तो 2027 के विधानसभा चुनावों में उन्हें क्षत्रिय समाज का भारी विरोध झेलना पड़ सकता है।
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