Chattisgarh: बीजापुर जिले की कर्रेगुट्टा पहाड़ियों में सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन अंजाम दिया है। करीब 21 दिनों तक चले इस सघन अभियान में कुल 31 खूंखार नक्सलियों को ढेर कर दिया गया। यह कार्रवाई छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की सीमा पर स्थित दुर्गम इलाकों में की गई।
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बीजापुर लाल आतंक का गढ़
Chattisgarh: इस ऑपरेशन में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF), विशेष कार्यबल (STF) और जिला रिजर्व गार्ड (DRG) की संयुक्त टुकड़ियों ने हिस्सा लिया। अधिकारियों के मुताबिक यह इलाका लंबे समय से नक्सलियों का गढ़ माना जाता रहा है, जहां PLGA बटालियन 1, TSC, CRC और DKSZC जैसी नक्सली इकाइयों का संचालन होता था। इसी क्षेत्र को उनका यूनिफाइड हेडक्वार्टर भी माना जाता था, जहां ट्रेनिंग से लेकर रणनीति और हथियार निर्माण तक की गतिविधियां चलती थीं।
किसी जवान को हानि नहीं
Chattisgarh: विशेष बात यह रही कि इस पूरे ऑपरेशन में सुरक्षाबलों को एक भी नुकसान नहीं हुआ, यानी किसी भी जवान को हानि नहीं पहुंची। खराब मौसम और दुर्गम भूगोल के बावजूद जवानों ने साहस के साथ मिशन को अंजाम दिया।
“जहां कभी लाल आतंक का राज था, अब वहां तिरंगा लहरा रहा है” – अमित शाह
Chattisgarh: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस ऐतिहासिक सफलता पर सुरक्षाबलों को बधाई दी और इसे “नक्सल मुक्त भारत” के संकल्प की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि बताया। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया में लिखा:
“जिस पहाड़ पर कभी लाल आतंक का राज था, वहाँ आज शान से तिरंगा लहरा रहा है। ये सिर्फ एक ऑपरेशन नहीं, बल्कि नक्सलियों के मनोबल पर सीधा प्रहार है।”
Chattisgarh: शाह ने बताया कि 21 दिनों में इस बड़े अभियान को सफलतापूर्वक अंजाम देना सुरक्षाबलों के अदम्य साहस और समर्पण का प्रतीक है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने 31 मार्च 2026 तक भारत को पूरी तरह नक्सलवाद से मुक्त करने का संकल्प लिया है।
उन्होंने लिखा कि “मैं देशवासियों को पुनः विश्वास दिलाता हूँ कि 31 मार्च 2026 तक भारत का नक्सलमुक्त होना तय है। ये अभियान उसी दिशा में एक मजबूत कदम है।” अमित शाह ने CRPF, STF और DRG के जवानों की वीरता की प्रशंसा करते हुए कहा कि पूरे देश को उन पर गर्व है।