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Bijnor: मेरठ के सौरभ हत्याकांड जैसा मामला, पोस्टमार्टम में खुलासा – गला घोंटकर की गई रेलकर्मी की हत्या, सरकारी नौकरी और फंड पाने के लिए वारदात को अंजाम दिया
Bijnor: उत्तर प्रदेश में एक के बाद एक हत्याकांड सामने आ रहे हैं। मेरठ के सौरभ हत्याकांड के जैसा ही एक मामला बिजनौर जिले से सामने आया है। यहां भी एक पत्नी ने अपने पति को मार डाला और फिर हार्ट अटैक आने का नाटक कर अस्पताल ले गई। कुछ ही दिन पहले सौरभ हत्याकांड में पत्नी अनुराधा को उसके प्रेमी के साथ गिरफ्तार किया गया था। बिजनौर के मामले में भी कहानी कुछ ऐसी ही है।

रेलकर्मी की घर में हुई हत्या, पोस्टमार्टम में हुआ बड़ा खुलासा
Bijnor: नजीबाबाद, बिजनौर के हल्दौर थाना क्षेत्र के मोहल्ला आदर्श नगर में किराए के मकान में रहने वाले रेलकर्मी दीपक कुमार (29) की चार अप्रैल को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। उनकी पत्नी शिवानी ने सभी को बताया कि पति को हार्ट अटैक आया है। वह खुद ही पति को निजी अस्पताल ले गई, फिर वहां से समीपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और अंत में बिजनौर जिला अस्पताल पहुंची, जहां चिकित्सकों ने दीपक को मृत घोषित कर दिया।

शिवानी पति के शव का पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहती थी, लेकिन मृतक के परिजनों ने दीपक के गले पर निशान देखकर पोस्टमार्टम कराने का फैसला किया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने सभी को चौंका दिया। रिपोर्ट में सामने आया कि दीपक की मौत हार्ट अटैक से नहीं, बल्कि गला घोंटे जाने से हुई है। इस खुलासे के बाद पुलिस ने पत्नी शिवानी से कड़ी पूछताछ की। शुरू में वह पुलिस को गुमराह करती रही, लेकिन बाद में उसने हत्या करना स्वीकार कर लिया।
जब खाना खा रहा था तब ही गला घोंटा, फंसा मिला खाना
Bijnor: पुलिस के अनुसार, दीपक का गला रस्सी से घोंटा गया था। जांच में पता चला है कि जिस वक्त वारदात को अंजाम दिया गया, उस समय रेलकर्मी कुछ खा रहा था। पोस्टमार्टम के दौरान भी उसके गले में खाद्य पदार्थ फंसा हुआ मिला, जिससे यह पुष्टि होती है कि हत्या खाना खाते समय की गई थी।

प्रेम विवाह के बाद बढ़े विवाद, 15 दिन पहले ही किराए के मकान में आए थे
Bijnor: दीपक कुमार हल्दौर के गांव मुकरंदपुर के रहने वाले थे, जबकि शिवानी चौहड़पुर नहटौर की निवासी है। दोनों का 17 जनवरी 2024 को प्रेम विवाह हुआ था। शादी के महज तीन महीने बाद ही इस दंपत्ति के जीवन में तूफान आ गया। दीपक की मां पुष्पा और भाई पीयूष के अनुसार, शिवानी का ससुराल पक्ष के प्रति व्यवहार सही नहीं था। वह सास के साथ भी मारपीट करती थी।
घर में लगातार चल रहे विवाद के कारण दीपक 15 दिन पहले ही अपनी पत्नी शिवानी को लेकर नजीबाबाद आ गया था। उसने यहां किराए का मकान लेकर अपनी पत्नी और एक वर्षीय बेटे वेदांत के साथ रहना शुरू किया था। शिवानी स्नातक तक पढ़ी है। दीपक के परिजनों का आरोप है कि शिवानी ने पति की मृत्यु के बाद मिलने वाली सरकारी नौकरी और फंड हड़पने के लिए किसी के साथ मिलकर उसकी हत्या की है।
CRPF से रेलवे में आया था दीपक, प्रेम प्रसंग की भी हो रही जांच
Bijnor: दीपक कुमार वर्ष 2021 में CRPF में भर्ती हुआ था और मणिपुर में तैनात था। बाद में उसने मार्च 2023 में CRPF की नौकरी छोड़कर रेलवे की नौकरी ज्वाइन की थी। वह रेलवे स्टेशन नजीबाबाद के कैरिज एंड वैगन विभाग में तकनीकी कर्मचारी के पद पर कार्यरत था।
एसपी सिटी के अनुसार, पुलिस की प्राथमिक पूछताछ में शिवानी ने हत्या करना तो स्वीकार कर लिया है, लेकिन उसके साथ कौन था, इस पर वह लगातार पुलिस को गुमराह कर रही है। शुरुआत में उसने एक युवक का नाम पुलिस को बताया, लेकिन पूछताछ में युवक ने अपना कोई संबंध होने से इनकार कर दिया। फिलहाल पुलिस दूसरे आरोपी का नाम उगलवाने का प्रयास कर रही है।

पुलिस अधिकारी सीओ नितेश प्रताप सिंह ने बताया कि मामले में हत्या की वजह जानने का प्रयास किया जा रहा है। प्रेम प्रसंग या अन्य कोई पहलू है, सभी पर गहनता से पड़ताल की जा रही है।
मृतक के भाई ने दर्ज कराई रिपोर्ट, पत्नी को किया गिरफ्तार
Bijnor: पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मृतक के भाई पीयूष ने पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने अपनी भाभी शिवानी पर आरोप लगाया कि उसने सरकारी नौकरी और मृत्यु के बाद मिलने वाले आर्थिक लाभ के लिए अपने पति की हत्या की है। रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने शिवानी को गिरफ्तार कर लिया है।
मेरठ के सौरभ हत्याकांड जैसा मामला
Bijnor: इससे पहले मेरठ में सौरभ हत्याकांड सुर्खियों में रहा, जहां पत्नी अनुराधा ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति सौरभ का गला काटकर हत्या कर दी थी और फिर शव के टुकड़े कर दिए थे। ऐसे ही अब बिजनौर में भी एक पत्नी पर पति की हत्या का आरोप साबित हुआ है।
हत्या के साथ-साथ हादसा दिखाने का प्रयास
दोनों ही मामलों में एक समानता यह है कि पत्नियों ने हत्या के बाद उसे हादसा या प्राकृतिक मौत दिखाने का प्रयास किया। सौरभ मामले में अनुराधा ने पति के लापता होने की झूठी सूचना दी थी, जबकि बिजनौर मामले में शिवानी ने पति को हार्ट अटैक आने का नाटक किया। दोनों ही मामलों में पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने असली सच्चाई सामने ला दी।
पुलिस की पैनी नजर साबित हुई कारगर
Bijnor: बिजनौर के एसपी ने बताया कि पुलिस की सतर्कता और पैनी नजर के कारण इस मामले का जल्द खुलासा हो सका है। उन्होंने कहा, “शव का पोस्टमार्टम कराना बहुत जरूरी था, जिसने पूरे मामले को सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हमारी टीम ने बिना समय गंवाए आरोपी को हिरासत में लिया और पूछताछ शुरू की, जिससे वह जल्द ही टूट गई और सच्चाई स्वीकार कर ली।”
बिजनौर पुलिस अब इस मामले में और गहराई से जांच कर रही है। पुलिस का मानना है कि शिवानी अकेली इस हत्या को अंजाम नहीं दे सकती थी, इसलिए उसके सहयोगी का पता लगाने की कोशिश की जा रही है। साथ ही, हत्या के पीछे और भी कारण हो सकते हैं, जिनकी जांच चल रही है।