बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का सियासी माहौल अब गर्म होता जा रहा है। आम आदमी पार्टी ने सोमवार, 6 अक्टूबर 2025 को अपने पहले उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी।
इस सूची में 11 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों के नाम घोषित किए गए हैं, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं।
पार्टी का कहना है कि वह दिल्ली मॉडल के विकास एजेंडे के साथ बिहार की सभी 243 सीटों पर मजबूती से चुनाव लड़ेगी।
Table of Contents
बिहार विधानसभा चुनाव 2025: पहली सूची में शामिल उम्मीदवारों के नाम
आम आदमी पार्टी की पहली लिस्ट में कई जिलों से उम्मीदवारों को मौका दिया गया है।
पटना जिले की फुलवारी शरीफ विधानसभा सीट से अरुण कुमार रजक और बांकीपुर सीट से डॉ. पंकज कुमार चुनाव मैदान में उतरेंगे।
बेगूसराय से डॉ. मीरा सिंह, दरभंगा जिले की कुशेश्वरस्थान सीट से योगी चौपाल, और सारण की तरैया सीट से अमित कुमार सिंह को टिकट दिया गया है।
इसके अलावा पूर्णिया जिले के कस्बा विधानसभा से भानु भारतीय, मधुबनी की बेनीपट्टी सीट से सुभदा यादव,
किशनगंज से अशरफ आलम, सीतामढ़ी के परिहार क्षेत्र से अखिलेश नारायण ठाकुर,
मोतिहारी के गोविंदगंज से अशोक कुमार सिंह और बक्सर विधानसभा सीट से पूर्व कप्तान धर्मराज सिंह को प्रत्याशी बनाया गया है।
600 से अधिक लोगों ने भेजा बायोडेटा
आम आदमी पार्टी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष राकेश कुमार यादव ने जानकारी दी कि अब तक 600 से ज्यादा लोगों ने पार्टी से टिकट के लिए आवेदन दिया है।
सभी आवेदनों की जांच पार्टी की स्क्रीनिंग कमेटी कर रही है। बिहार प्रभारी अभिनव राय उम्मीदवारों के कामकाज, जनसंपर्क और संगठनात्मक भूमिका का आकलन कर रहे हैं।
राकेश यादव ने बताया कि पार्टी उन्हीं लोगों को टिकट दे रही है जिन्होंने वर्षों से आम आदमी पार्टी के सिद्धांतों पर काम किया है और जनता के बीच मजबूत पकड़ बनाई है।
AAP का दिल्ली मॉडल बनेगा चुनावी हथियार
पार्टी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आम आदमी पार्टी बिहार में दिल्ली की तरह शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी और भ्रष्टाचार मुक्त शासन का मॉडल लाना चाहती है।
उन्होंने कहा, “हम पहली बार बिहार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन हम पूरे जोश और आत्मविश्वास के साथ मैदान में हैं।
जिस तरह दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने आम जनता के मुद्दों पर काम किया है, उसी तरह बिहार में भी बदलाव की शुरुआत करेंगे।”
उन्होंने दावा किया कि बिहार की राजनीति अब पुराने समीकरणों तक सीमित नहीं रहेगी। जनता इस बार विकास, शिक्षा और रोजगार जैसे मुद्दों पर मतदान करेगी।
राजनीतिक समीकरणों में नई हलचल
AAP की इस घोषणा के बाद बिहार का चुनावी मुकाबला और दिलचस्प हो गया है। पहले से ही राज्य में जेडीयू, आरजेडी और बीजेपी अपनी-अपनी रणनीतियों के साथ चुनावी तैयारियों में जुटी हैं।
अब आम आदमी पार्टी के मैदान में उतरने से त्रिकोणीय मुकाबला बनने के संकेत हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अगर AAP शहरी और शिक्षित मतदाताओं को प्रभावित करने में सफल रही तो कुछ सीटों पर उसका प्रदर्शन चौंकाने वाला हो सकता है।