मंदिर में जूते पहनकर पहुँचा जोहरान ममदानी: न्यूयॉर्क सिटी में मेयर पद के लिए हो रहे चुनावों से पहले डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जोहरान ममदानी एक नए विवाद में फँस गए हैं।
सोशल मीडिया पर उनकी एक तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है जिसमें वे एक हिंदू मंदिर में जूते पहने हुए खड़े नजर आ रहे हैं, जबकि उनके साथ मौजूद सभी लोग नंगे पैर थे।
हालांकि यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि तस्वीर मंदिर के अंदर की है या बाहर की, लेकिन दृश्य देखकर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है।
कई यूजर्स ने इसे हिंदू परंपराओं का घोर अपमान बताया है।
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सोशल मीडिया पर उठा बवाल
मंदिर में जूते पहनकर पहुँचा जोहरान ममदानी: तस्वीर सामने आने के बाद नेटिज़न्स ने जोहरान ममदानी की जमकर आलोचना की।
लोगों ने कहा कि मंदिर में जूते पहनना हिंदू संस्कृति के खिलाफ है और इससे धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं।
कई यूजर्स ने उन्हें याद दिलाया कि उनकी माँ हिंदू हैं, इसलिए कम से कम अपने मातृधर्म का सम्मान तो करना चाहिए था। एक यूजर ने लिखा,
“अगर अपनी माँ के धर्म की भी इज्जत नहीं कर सकते, तो दूसरों से सम्मान की उम्मीद कैसे रखेंगे?”
इस टिप्पणी ने बहस को और तेज कर दिया। कई लोगों ने इसे “जानबूझकर किया गया अपमान” बताया, जबकि कुछ ने कहा कि यह संवेदनशीलता की कमी का उदाहरण है।
कौन है ममदानी?
मंदिर में जूते पहनकर पहुँचा जोहरान ममदानी: जोहरान ममदानी एक मिश्रित धार्मिक परिवार से आते हैं। उनके पिता मुस्लिम और माँ हिंदू हैं।
ममदानी ने कई बार सार्वजनिक मंचों पर अपनी हिंदू विरासत पर गर्व जताया है। उन्होंने कहा था कि उनकी पहचान दोनों संस्कृतियों से जुड़ी है।
लेकिन इस घटना के बाद उनकी राजनीतिक छवि पर सवाल उठने लगे हैं। कई लोगों का कहना है कि अगर वे सच में अपनी दोनों परंपराओं का सम्मान करते हैं, तो उन्हें ऐसे स्थानों पर अधिक सावधानी बरतनी चाहिए थी।
पहले भी रहे विवादों में
मंदिर में जूते पहनकर पहुँचा जोहरान ममदानी: यह पहला मौका नहीं है जब जोहरान ममदानी हिंदू समुदाय की नाराज़गी झेल रहे हैं।
ससे पहले उन्होंने अयोध्या में बने राम मंदिर को “उत्पीड़न का प्रतीक” बताया था और उसके उद्घाटन को “मस्जिद के विध्वंस का उत्सव” कहा था।
इतना ही नहीं, उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘युद्ध अपराधी’ तक कहा था और उन पर ‘मुसलमानों के नरसंहार’ का आरोप लगाया था।
इन बयानों के कारण ममदानी को न केवल भारतीय मूल के मतदाताओं का विरोध झेलना पड़ा, बल्कि कई अमेरिकी हिंदू संगठनों ने भी उनके खिलाफ आवाज उठाई थी।
धार्मिक संवेदनशीलता पर सवाल
मंदिर में जूते पहनकर पहुँचा जोहरान ममदानी: यह पूरा मामला अब अमेरिका में रहने वाले भारतीय समुदाय के बीच धार्मिक सम्मान और संवेदनशीलता की बहस को फिर से जगा चुका है।
आलोचकों का कहना है कि राजनीतिक दिखावे के नाम पर धार्मिक स्थलों की पवित्रता से खिलवाड़ नहीं किया जा सकता।
ममदानी के लिए यह विवाद उनके चुनावी अभियान पर नकारात्मक असर डाल सकता है।
फिलहाल उन्होंने इस मुद्दे पर कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया है, लेकिन हिंदू संगठनों की नाराजगी लगातार बढ़ रही है।

