Wednesday, December 24, 2025

Alcohol: क्या शराब के नशे में सच बोलता है इंसान?

Alcohol: ऐसा लोगों का मानना है कि इंसान शराब के नशे में सच बोलता है, लेकिन सवाल ये है कि इस बात में कितनी सच्चाई है? आइये जानते हैं।

WhatsApp Channel Join Now
Telegram Channel Join Now

आपने अक्सर ये सुना होगा कि शराब के नशे में इंसान सच बोलना लगता है। जो बातें वो आमतौर पर नहीं कह पाता वो नशे में कह देता है। लेकिन क्या सच में ऐसा होता है ? आइए इस मिथक को समझते हैं और जानते हैं कि शराब हमारे दिमाग पर कैसे असर करती है।

दिमाग पर ऐसे करता है नशा असर

नशा एक तरह का डिप्रेशन है जो Central nervous system को प्रभावित करता है। अगर सीधी भाषा में कहें ये तो यह दिमाग के उस हिस्से को प्रभावित करता है जो निर्णय लेने, सोचने की क्षमता और भावनाओं को नियंत्रित करने का कार्य करता है।

किसी भी तरह के नशे से निर्णय लेने की क्षमता पर प्रभाव पड़ता है । नशे से निर्णय लेने की क्षमता कम हो जाती है और लोग सही और गलत का फर्क करना भी भूल जाते हैं। हम दुःख, ख़ुशी, गुस्सा जैसी किसी भी भावना एक्सट्रीम लेवल पर महसूस करना लगते हैं। शराब पीने के बाद सोचने की क्षमता कम हो जाती है और लोग कठिन बातों को समझने की क्षमता खो बैठते हैं।

क्या नशे में सच बोलता है इंसान?

शराब पीने से इंसान सच बोलता है, यह एक मिथक है और कुछ भी नहीं। शराब के नशे में व्यक्ति जो बोलता है, वो असल भावनाएं नहींहोती बस वैसी महसूस होती है। शराब पीने के बाद लोगों के दिमाग के अंदर का खौफ ख़त्म हो जाता है और वो बेबाक हो जाते हैं। इससे वो ऐसी बाते कह देते हैं जो वो सामान्य में कभी नहीं कहेंगे लेकिन इसका ये मतलब तो बिलकुल नहीं है कि जो उन्होनें बोला वो सच है। बता दें शराब पीने से मन में दबी भावनाएं बाहरआ जाती हैं, लेकिन ये भावनाएं हमेशा सही हो ये जरुरी नहीं है। नशे की हालत में कही गई बातों को सच मान लेना एक बहुत गलतफहमी है।

Muskaan Gupta
Muskaan Guptahttps://reportbharathindi.com/
मुस्कान डिजिटल जर्नलिस्ट / कंटेंट क्रिएटर मुस्कान एक डिजिटल जर्नलिस्ट और कंटेंट क्रिएटर हैं, जो न्यूज़ और करंट अफेयर्स की रिपोर्टिंग में सक्रिय रूप से कार्य कर रही हैं। उन्हें पत्रकारिता के क्षेत्र में 2 साल का अनुभव है। इस दौरान उन्होंने राजनीति, सामाजिक मुद्दे, प्रशासन, क्राइम, धर्म, फैक्ट चेक और रिसर्च बेस्ड स्टोरीज़ पर लगातार काम किया है। मुस्कान ने जमीनी रिपोर्टिंग के साथ-साथ डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के लिए प्रभावशाली कंटेंट तैयार किया है। उन्होंने दिल्ली विधानसभा चुनाव और अन्य राजनीतिक घटनाक्रमों की कवरेज की है और जनता की राय को प्राथमिकता देते हुए रिपोर्टिंग की है। वर्तमान में वह डिजिटल मीडिया के लिए न्यूज़ स्टोरीज़, वीडियो स्क्रिप्ट्स और विश्लेषणात्मक कंटेंट पर काम कर रही हैं। इसके साथ ही वे इंटरव्यू, फील्ड रिपोर्टिंग और सोशल मीडिया जर्नलिज़्म में भी दक्ष हैं। मुस्कान का फोकस तथ्यात्मक, प्रभावशाली और जनहित से जुड़े मुद्दों को मजबूती से सामने लाने पर रहता है।
- Advertisement -

More articles

- Advertisement -

Latest article