विजय शेखर शर्मा, जो पेटीएम कंपनी के फाउंडर है , इस समय मुश्किल दौर से गुज़र रहे हैं। पेटीएम पर मालिकाना हक रखने वाली One 97 Communications Ltd के आईपीओ में गड़बड़ी का आरोप लगा है। कंपनियों द्वारा नियमों का पालन सुनिश्चित करने वाले समूह, जिसे सेबी कहा जाता है, ने इस समस्या के बारे में विजय और उनकी कंपनी के अन्य महत्वपूर्ण लोगों को एक नोटिस भेजा है।
क्या है मामला ?
सेबी का मानना है कि विजय शेखर शर्मा ने शायद तब सच नहीं बोला होगा जब वह अपनी कंपनी के शेयर को पब्लिक के सामने ला रहे थे, जिसे आईपीओ कहा जाता है। मुख्य सवाल यह है कि क्या उन्हें इस दौरान कंपनी का प्रमोटर कहा जाना चाहिए या नहीं। अगर उन्हें प्रमोटर के तौर पर देखा जाता है, तो ऐसा कहा जा सकता हैं कि उन्होंने आईपीओ का गलत तरीके से इस्तेमाल किया। सेबी का मानना है कि जब आईपीओ के लिए दस्तावेज जमा किए गए थे, तब विजय शेखर कंपनी के इंचार्ज थे, न कि सिर्फ एक कर्मचारी। इसलिए सेबी ने बोर्ड के सदस्यों को एक नोटिस भी भेजा था जिसमें कहा गया था कि वह सिर्फ एक कर्मचारी हैं।
विजय शेखर शर्मा ESOPs के लिए योग्य नहीं
सेबी के नियमों के मुताबिक कंपनी की लिस्टिंग के बाद विजय शेखर शर्मा एम्पलॉय स्टॉक ऑप्शंस (ESOPs) के लिए योग्य नहीं थे क्योंकि आईपीओ के बाद कंपनी के प्रमोटर एम्पलॉय स्टॉक ऑप्शंस नहीं ले सकते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक सेबी, वन97 कम्यूनिकेशंस और जो डायरेक्टर आईपीओ लाने के समय में बोर्ड में मौजूद थे उन्होंने ईमेल का कोई जवाब नहीं दिया है.
कितना असर शेयर पर ?
जब से विजय शेखर शर्मा को नोटिस मिला है तब से पेटम के शेयरों में तेज गिरावट देखी गयी है । सोमवार 26 अगस्त, 2024 के कारोबारी सत्र में अचानक तेज गिरावट आई है और स्टॉक करीब 9 फीसदी लुढ़ककर 505.55 रुपये तक नीचे जा फिसला है। हालांकि, बाद में इसमें रिकवरी हुई और आखिर में 4.48 फीसदी की गिरावट के साथ 530.00 रुपये बंद हुए। पिछले 6 महीनों में पेटीएम के शेयरों ने करीब 24 फीसदी का रिटर्न दिया है।