Kharge’s statement on saints created ruckus: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर दिया गया विवादित बयान अब राजनीति और धार्मिक हलकों में गरमा गया है। खड़गे ने योगी आदित्यनाथ के गेरुआ वस्त्र को लेकर एक विवादित टिप्पणी की थी, जिसके बाद अब सीएम योगी ने खुद उन्हें जवाब दिया है।
सीएम योगी 12 नवंबर, 2024 को महाराष्ट्र के अचलपुर में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मैं एक योगी हूं और एक योगी के लिए देश पहले होता है। खरगे जी आपके लिए कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीति पहले है। योगी ने कहा कि खड़गे जी का गांव हैदराबाद के निजाम के आधीन रहने वाला एक गांव था, जहां हिंदुओंको चुन चुनकर मार रहा था। इसी आग में मल्लिकार्जुन खड़गे का गांव भी जलाया गया था, जिसमें इनकी माता जी और परिवार मारा गया था।
‘खड़गे के माता व परिवार समेत हिंदुओं मारा गया’
सीएम योगी ने कहा कि भारत जब अंग्रेजों के आधीन था तो कांग्रेस का उस समय का नेतृत्व मुस्लिम लीग के साथ मिलकर मौन बना हुआ था। इसीलिए मुस्लिम लीग उस समय हिंदुओं को चुन चुनकर मार रहा था। इसी आग में मल्लिकार्जुन खड़गे का गांव भी जलाया गया था, जिसमें इनकी माता जी और परिवार मारा गया, लेकिन खड़गे जी इसको नहीं कहते क्योंकि जानते हैं कहेंगे तो मुस्लिम वोट खिसक जाएगा। वोटबैंक के खातिर अपने परिवार का बलिदान भूल गए।
योगी और संतों पर खड़गे का यह था बयान
मल्लिकार्जुन खड़गे ने झारखंड में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और संतों को लेकर कहा था कि कई साधु अब राजनेता बन गए हैं और वे गेरुआ कपड़े पहनकर समाज में नफरत फैला रहे हैं और लोगों को बांटने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा था कि बटेंगे तो कटेंगे जैसे बयान कोई साधू का बयान है? कोई साधू ऐसा बयान नहीं दे सकता। ये बात आतंकी कह सकते हैं, आप नहीं। कोई नाथ संप्रदाय का साधू ऐसी बात कर ही नहीं सकता।
सहयोगी दलों ने की आलोचना
मल्लिकार्जुन खड़गे के इस बयान पर भाजपा और संत समाज की ओर से तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की जा रही है। यही नहीं भाजपा और उसके सहयोगी दलों ने भी खड़गे के बयान पर हमला बोला है। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने इसे कांग्रेस की पुरानी मानसिकता करार दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी का इतिहास हमेशा से झूठ बोलने और समाज में दरार डालने का रहा है। कांग्रेस ने कभी भी हिंदू धर्म और सनातन संस्कृति का सम्मान नहीं किया। वहीं मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि कांग्रेस का इतिहास बांटकर सत्ता हासिल करने का है।