Delhi: दिल्ली में विधानसभा चुनाव 2025, जनवरी में होने के कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि इस बार चुनाव इसी साल होंगे।
क्या इस बार विधानसभा चुनाव समय से पहले कराये जायेंगे? दरअसल ये सवाल जब से उठना शुरू हुआ तब से निर्वाचन आयोग ने विधानसभा चुनाव की तैयारी करने को कहा है। पिछली बार 2020 में फरवरी में चुनाव हुए थे। जिसको ध्यान में रखते हुए अगले विधानसभा चुनाव जनवरी, 2025 में होने थे। लेकिन अब चुनाव जल्दी होने के कयास लगाए जा रहे हैं।
खबरों के मुताबिक दिल्ली के मुख्य निर्वाचन कार्यालय ने एमसीडी को विधानसभा चुनाव के लिए नोएड अधिकारी नियुक्त करने को कहा है। खबरें ये भी हैं कि निर्वाचन आयोग के कर्मचारियों को चुनाव संबंधित ट्रेनिंग भी दी जा रही है।
Delhi: आमतौर पर चुनाव से इतने दिन पहले शुरू हो जाती है तैयारियां
अगर चुनाव जनवरी में होने हैं तो लिहाज से चुनाव की तैयारियों के लिए 6-7 महीने का वक्त होता है। लेकिन इतनी जल्दी आमतौर पर चुनाव की तैयारियां नहीं की जाती है। इस ही आधार पर भी कयास लगाए जा रहे हैं कि चुनाव 2024 में यानी इस ही साल हो सकते हैं। आपको जानकारी के लिए बता दें कि हरयाणा, झारखंड, जम्मू कश्मीर और महाराष्ट्र में निर्वाचन आयोग ने अधिकारियों के ट्रांसफर के आदेश दिए थे। इसका मतलब ये है इन सभी जगहों पर जल्द ही चुनाव की तारीख घोषित कर दी जाएगी।
जल्दी चनाव होने से किसको होता है फायदा
उधर, दिल्ली में आम आदमी पार्टी के मुखिया यानि अरविन्द केजरीवाल अभी भी जेल में है। वहीं उनकी मुख्य प्रतिस्पर्धी बीजेपी है। कांग्रेस से भी उन्हें टक्कर मिलेगी क्योंकि उन्होनें चुनाव अकेले लड़ने का फैसला किया है। अगर चुनाव पहले होते हैं तो ये आम लोगों के लिए भी एक चैलेंज साबित होगा क्योंकि इसे एंटी-इन्कंबेंसी का सामना करना पड़ सकता है। वर्त्तमान स्थिति को ध्यान में रखते हुए इसके शीर्ष नेताओं पर लगे आरोप और उनकी गिरफ्तारी का असर भी आने वाले चुनाव में पड़ सकता है।
लोकसभा चुनाव में भी आम आदमी पार्टी यह कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाई। जिन चार सीटों पर चुनाव लड़ा वहां हार गयी। हालांकि पार्टी के लिए अच्छी बात यह है कि मनीष सिसोदिया जमानत पर बाहर आ चुके हैं जिससे इसकी चुनावी तैयारियों को धार मिल सकती है।