Ilhan Omar: राहुल गांधी इन दिनों अमेरिका के दौरे पर निकले हैं। हाल ही में उन्होनें वहां अमेरिका की विवादों में रहने वाली मुस्लिम संसद इल्हान उमर से मुलाकात की है। इन्हें अक्सर भारत के विरोध में बयानबाज़ी करते देखा जाता है।
राहुल गांधी की इल्हान उमर से मुलाकात पर कई सवाल उठ रहे हैं। इल्हान अक्सर भारत विरोधी बयान देती हुई देखी जाती हैं। अब आप भी यही सोच रहे होंगे कि आखिर अमेरिका के ये ऐसी कौनसी संसद है जो भारत के विरोध में बयानबाज़ी करते हैं। आइये इनके बारे में जानते हैं।
इल्हान उमर पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की कट्टर समर्थक है। भारत के खिलाफ खूब नारेबाजी करती हैं। ये पाकिस्तान में आने वाले कश्मीर के हिस्से दौरा कर चुकी हैं। POK में भी इन्होनें भारत के खिलाफ खूब बयान दिए थे। इल्हान अपने हिन्दुफोबिया को लेकर अक्सर विवादों में घिरी रहती हैं।
पीएम मोदी का विरोध करती हैं इल्हान
अमेरिकी सांसद इल्हान ने पीएम मोदी के अमेरिकी संसद को संबोधित किए जाने वाले भाषण का जमकर बहिष्कार किया था। पीएम मोदी अपनबे ऑफिशियल टूर के दौरान अमेरिका पहुंचे थे। इल्हान कहती हैं कि भारत में अल्पसंख्यकों के प्रति व्यवहार ठीक नहीं है इस वजह से वो इस भाषण का विरोध कर रही हैं। भारत की सरकार राष्ट्रवादी गुटों और हिन्दू समाज पर ही ध्यान देती हैं।अभी राहुल गांधी अमेरिका दौरे पर है जहां उन्होंने वाशिंगटन मेंअमेरिका के सांसदों से मुलाकात की। वहां उस मीटिंग में इल्हान भी मौजूद थी।
भारत के आंतरिक मामलों में कूदना इल्हान की आदत है
इल्हान भारत के बारे में विरोधी नारेबाजी तो करती ही हैं साथ ही वो अक्सर भारत के आंतरिक मामलों में भी कूद पड़ती हैं। इसी कारण भारत सरकार का इनसे 36 का आंकड़ा रहता है। कुछ दिन पहले कनाडा और भारत की राजनीतिक मामलों में भी इल्हान ने दखलंदाज़ी की थी। खालिस्तान समर्थक आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या मामले में भी इल्हान ने अमेरिका की बाइडेन सरकार से एक्स पर ट्वीट करके गुजारिश की थी कि वो कनाडा की जस्टिन ट्रूडो सरकार का समर्थन करें और उनकी मदद भी करें। इल्हान ने अपने ट्वीट में लिखा था कि भारत सरकार ने हरदीप सिंह की हत्या की है। ये बेहद चिंताजनक है। अमेरिका को इस मामले में जरूर जांच करनी चाहिए साथ ही कनाडा की मदद भी करनी चाहिए।
इमरान खान और शहबाज़ शरीफ से इल्हान ने POK दौरे पर की थी बात
इल्हान ने POK का दौरा किया था जिसपर भारत ने विरोध जताया था। इस दौरान उन्होनें इमरान खान और शहबाज़ शरीफ से मुलाकात करके इस्लामोफोबिया पर बात की थी। उनके इस दौरे पर पाकिस्तान और उसके आतंकवाद को एक तरह से समर्थन दिखाया था।