Friday, November 28, 2025

जम्मू में टला बड़ा हमला: नीट छात्र की आड़ में चल रहा था ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’

जम्मू में टला बड़ा हमला: हालही में देश में हुई आतंकी घटना के बाद प्रशासन पूरी तरह अलर्ट पर है और हर संदिग्ध जगह पर छापेमारी कर रहा है। इसी जाँच के तहत जम्मू-कश्मीर पुलिस ने शहर को दहलाने की एक बड़ी आतंकी साजिश को विफल किया है और एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।

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आरोपी का नाम मोहम्मद साजिद बताया जा रहा है जो रियासी जिले का निवासी है। यह भी सामने आया है की की साजिद के पाकिस्तान के आतंकी हैंडलर के साथ कनेक्शन है।

जम्मू में टला बड़ा हमला: नीट की तयारी कर रहा था साजिद

बताया जा रहा है की 19 साल का साजिद नीट की तैयारी के बहाने जम्मू के बठिंडी क्षेत्र में किराए के मकान में रह रहा था, या यह कहे की वाइट कॉलर टेरर मॉडल का हिस्सा बनने वाला था।

नाकाबंदी से भागा साजिद

जम्मू में टला बड़ा हमला: पुलिस के मुताबिक, रविवार को जम्मू के सुंजवां रोड के पास स्थित कब्रिस्तान के निकट नाकाबंदी थी। यहीं पर पुलिस की नज़र आरोपी साजिद पर पड़ी। अधिकारियों के अनुसार, नाके को देखते ही वह अचानक मुड़कर तेज़ी से पीछे भागने लगा। यह हरकत इतनी संदिग्ध थी कि जवानों को तुरंत शक हो गया।

कुछ ही सेकंड में उसे दौड़ाकर पकड़ा गया और मौके पर ही तलाशी ली गई। इसी दौरान उसके पास से मिला मोबाइल इस पूरे केस का सबसे बड़ा सुराग साबित हुआ।

मोबाइल से खुला आतंक का पूरा ब्लूप्रिंट

जम्मू में टला बड़ा हमला: फोन की जांच में पता चला कि वह लगातार पाकिस्तान में बैठे अपने हैंडलर से चैट, वॉइस नोट और लोकेशन-आधारित टास्क ले रहा था। इन मैसेजों में धमाके की तैयारी, विस्फोटक कहाँ रखना है और किस जगह भीड़ सबसे ज़्यादा रहती है—सब कुछ साफ लिखा हुआ था।

यह भी सामने आया है कि उसे “स्टूडेंट की आड़ में अंदर तक घुसकर काम करने” की ट्रेनिंग दी जा रही थी। यह मॉडल ऐसी गतिविधियों को अंजाम देने का नया तरीका बन चुका है—जहाँ कट्टरपंथ, तकनीक और सामान्य जिंदगी तीनों को एक साथ मिलाकर काम किया जाता है।

अब असली टारगेट—साजिद नहीं, उसका नेटवर्क

जाँच टीम का मानना है कि साजिद किसी छोटे मोटे मॉड्यूल का हिस्सा नहीं बल्कि एक ऐसे नेटवर्क से जुड़ा हुआ था जो जम्मू शहर में बड़ा हमला करवाने की कोशिश कर रहा था।

अब पुलिस उसके संपर्कों, फंडिंग, किराए के घर पर आने-जाने वालों और उसके लाइब्रेरी सर्कल तक हर कड़ी खंगाल रही है। सवाल यह भी है कि 19 साल का नौजवान कितना आगे बढ़ चुका था—क्या वह सिर्फ रेकी कर रहा था, या उसके पास कुछ और भी था?

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