Deep State एक एक्टिव इकोसिस्टम हैं जिसका मकसद देशों को बर्बाद करके सत्ता हासिल करना होता हैं। भारत में हाल ही में राहुल गांधी की कुछ गतिविधियों ने भारत पर मंडरा रहे खतरे के संकेत दिए हैं
जिन गुप्त ताकतों ने बांग्लादेश, यूक्रेन, अफ़ग़ानिस्तान को तबाह किया वो अब ताकतें अब भारत के में में एक्टिव होती दिखाई दे रही हैं इसे डीप स्टेट कहा जाता है। डीप स्टेट एक chain की तरह काम करता है, इसे भी देश को बर्बाद करना होता है ये वहां अपने दलालों को बड़ी प्लानिंग के साथ प्रोजेक्ट करता है।
इसे Ukraine में हुई राजनीतिक हलचल से समझिये
इसे Ukraine की राजनीती से समझते हैं। कुछ साल पहले एक कॉमेडियन जेलेंस्की को राजनीती में उतारने के लिए उसका मेकओवर किया गया। उन्होनें वो सब चीजें करी जो की आम लोग करते हैं जैसे बस, ट्रेन में सफर करना उनसे मिलकर उनकी दिखातें सुन्ना ताकि वो आम लोगों से कनेक्ट कर पाए। और इस तरह से जेलेंस्की की एक इमेज तैयार की गयी। इसे तैयार करने के लिए कुछ पत्रकारों को खरीदा भी गया जो उन्हें जननायक साबित करने पर तुले थे और इसका नतीजा ये हुआ की वो प्रधानमंत्री बन गए लेकिन Ukraine तो तबाह हो गया सिर्फ एक जिद की वजह से की NATO में जाते ही Ukraine की साड़ी दिक्कतें खत्म हो जाएगी।
क्या राहुल गांधी डीप स्टेट का हिस्सा है?
ठीक इसी तरह आज राहुल गाँधी को लगता है की जनगणना भारत में उत्पन्न हुई साड़ी समस्याओं का हल है। वो ठीक इसी तरह से आम लोगों के साथ कभी बस में सफर करते तो तो कभी ट्रेन में सफर करते दिखाई देते हैं। अब सोचने वाली बात ये है की का राहुल गाँधी उसी डीप स्टेट की प्लांनिग का हिस्सा हैं ?आप खुद सोचिये 2009 में जो राहुल गाँधी मुंबई अटैक के समय घटनस्थल तक नहीं गए वो हमले की रात पार्टी क्र रहे थे। अब उस ही राहुल गाँधी को अचानक से जनता की इतनी चिंता क्यों होने लगी है? सच तो ये है कि ये बस यहाँ अपनी एक अच्छी इमेज बनने के तयारी में लगे हैं बाकी वैसे तो राहुल से कोई व्यक्ति तब तक नहीं मिल सकता जब तक उसमें राहुल का कोई फायदा न ही। क्या राहुल गाँधी के सारे वीडियोस preplanned औरर स्क्रिप्टेड होते हैं?