Vrindavan: वृंदावन के प्रसिद्द संत प्रेमानंद महाराज ने अपनी स्वास्थय और आगामी होली उत्सव को ध्यान में रखते हुए अपनी नियमित पदयात्रा को 10 मार्च से लेकर 14 मार्च 2025 तक स्थगित कर दिया है। उनका ये निर्णय श्री हिट राधा केलि कुंज संस्था द्वारा लिया गया है, जो महाराज जी के आश्रम के प्रबंधन की देख-रेख करते हैं।
प्रेमानंद महाराज प्रतिदिन रात 2 बजे वृंदावन में पदयात्रा पर निकलते हैं, जिसमें उनके भक्त बड़ी संख्या में उनसे मिलने के लिए शामिल होते हैं। होली के दौरान वृंदावन में देश-विदेश से लाखों भक्त पहुंचते हैं।
Vrindavan: यहां इस समय भीड़ इतनी अधिक होती है कि व्यवस्थाएं संभालना मुश्किल हो जाता है। इन ही सब बातों को ध्यान में रखते हुए प्रेमानंद जी महाराज ने अपनी पदयात्रा को 10 से 14 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया है।
Vrindavan: श्रद्धालुओं से की अपील
Vrindavan: श्री हित राधा केलि कुंज संस्था की ओर से श्रद्धालुओं से कहा गया है कि वो 10 से 14 मार्च तक प्रेमानंद महाराज जी के दर्शन के लिए न पहुंचे। संस्था की जारी सूचना में कहा गया कि “होली के पर्व और महाराज जी के स्वस्थ्य को देखते हुए पदयात्रा 10 से 14 मार्च तक स्थगित कर दी है। कृपया इन दिनों के दौरान उनके दर्शन के लिए वृंदावन न पहुंचे। “
भक्तों में निराशा, लेकिन स्वास्थ्य प्राथमिकता
Vrindavan: प्रेमानंद महाराज के 10 मार्च से 14 मार्च तक पदयात्रा नहीं निकाले जाने से उनके भक्तों में निराशा का माहौल है। हालांकि, भक्त महाराज जी के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए इस निर्णय का सम्मान कर रहे हैं और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं।
महाराज का स्वास्थय ठीक नहीं
पिछले महीने, प्रेमानंद जी महाराज का स्वास्थ्य बिगड़ गया था। इस ही कारण उनकी दैनिक पदयात्रा जो रात जी 2 बजे निकले जाती है वो अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी गयी थी। हालांकि, स्वास्थ्य में सुधार के बाद, उन्होंने पुनः पदयात्रा शुरू की थी। अब, होली के दौरान बढ़ती भीड़ और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए, यह अस्थायी विराम आवश्यक समझा गया है।
होली के दौरान वृदवान पहुंचते है लाखों श्रद्धालु
Vrindavan: होली के अवसर पर वृंदावन में लाखों श्रद्धालु एकत्रित होते हैं, जिससे सड़कों पर अत्यधिक भीड़ हो जाती है। वृंदावन और मथुरा की होली का अपना महत्व है। बांके-बिहारी जी मंदिर में होली खेलने की लिए लाखों की तादात में लोग वृंदावन आते हैं। देश-विदेश के कोने-कोन से से भक्त होली पर यहां पहुंचते हैं।
पदयात्रा वापस कब शुरू होगी
आश्रम प्रशासन ने संकेत दिया है कि 14 मार्च के बाद पदयात्रा पुनः प्रारंभ की जाएगी, बशर्ते महाराज जी का स्वास्थ्य अनुकूल रहे। भक्तों से अनुरोध है कि वे आश्रम की आधिकारिक सूचनाओं का पालन करें और महाराज जी के स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करें।
प्रार्थना करें।