US Election 2024: अमेरिकी संसद में भारतवंशियों की संख्या बढ़ गई है। भारतीय मूल के 6 अमेरिकी प्रतिनिधि सभा का चुनाव जीत गए हैं। मौजूदा कांग्रेस (अमेरिकी संसद) में इनकी संख्या पांच थी। सभी 5 मौजूदा भारतवंशी सांसदों को प्रतिनिधि सभा के लिए फिर से चुन लिया गया है। संसदीय चुनाव में कुल 9 भारतवंशी मैदान में उतरे थे।
अमेरिकी संसद में भारतीय मूल के सदस्यों को समोसा काकस के नाम से जाना जाता है। वर्तमान में अमी बेरा, राजा कृष्णमूर्ति, रो खन्ना, प्रमिला जयपाल और श्री थानेदार इसके सदस्य हैं। एरिजोना के पहले संसदीय जिले से डा. अमीश शाह अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ मामूली अंतर से आगे हैं। अगर वह जीत हासिल करने में सफल होते हैं, तो प्रतिनिधि सभा में भारतीय अमेरिकियों की संख्या बढ़कर सात हो जाएगी।
सुहास सुब्रमण्यम ने वर्जीनिया से चुनाव जीता
भारतीय-अमेरिकी वकील सुहास सुब्रमण्यम ने वर्जीनिया और पूरे ईस्ट कोस्ट से चुने जाने वाले समुदाय के पहले व्यक्ति चुनकर इतिहास रच दिया है। उन्होंने रिपब्लिकन पार्टी के माइक क्लांसी को हराया है। वह वर्तमान में वर्जीनिया राज्य के सीनेटर हैं। सुब्रमण्यम ने कहा कि मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूं कि लोगों ने मुझ पर भरोसा जताया, ताकि मैं सबसे कठिन लड़ाई लड़ सकूं और कांग्रेस में परिणाम दे सकूं। पूर्व में राष्ट्रपति बराक ओबामा के व्हाइट हाउस सलाहकार रह चुके सुब्रमण्यम देशभर में भारतीय अमेरिकियों के बीच लोकप्रिय हैं।
राजा कृष्णमूर्ति ने इलिनोइस से मारी बाजी
श्री थानेदार मिशिगन के 13वें संसदीय जिले से लगातार दूसरी बार चुने गए। उन्होंने इसे पहली बार 2023 में जीता था। राजा कृष्णमूर्ति ने इलिनोइस के सातवें संसदीय जिले से लगातार पांचवीं बार जीत दर्ज की है। उन्होंने कहा, मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूं कि इलिनोइस के लोगों ने कांग्रेस में उनका प्रतिनिधित्व करने के लिए मेरा अनुबंध बढ़ा दिया है।
रो खन्ना और प्रमिला जयपाल ने भी दर्ज की जीत
इसी प्रकार कैलिफोर्निया के 17वें संसदीय जिले का प्रतिनिधित्व करने वाले रो खन्ना और वॉशिंगटन राज्य के सातवें संसदीय जिले का प्रतिनिधित्व करने वाली प्रमिला जयपाल ने भी जीत दर्ज की।
डॉ. अमी बेरा लगातार 7वीं बार फिर से चुने गए
पेशे से चिकित्सक डॉ. अमी बेरा 2013 से कैलिफोर्निया के छठे संसदीय जिले का प्रतिनिधित्व करने वाले भारतीय मूल के सबसे वरिष्ठ अमेरिकी सांसद हैं। उन्हें लगातार सातवीं बार फिर से चुना गया।