ट्रेन टिकट कन्फर्म: अचानक सफर करना पड़ जाए तो सबसे बड़ी दिक्कत ट्रेन टिकट को लेकर होती है। अक्सर लोग यह सोचकर परेशान हो जाते हैं कि टिकट कन्फर्म नहीं हुआ तो यात्रा कैसे करेंगे।
लेकिन भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए कई ऐसे विकल्प दिए हैं, जिनके जरिए बिना कन्फर्म टिकट के भी सफर किया जा सकता है।
बस ज़रूरी है कि आप सही प्रक्रिया को समझें और उसका पालन करें।
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ट्रेन टिकट कन्फर्म: तत्काल कोटा से मिल सकती है राहत
रेलवे ने इमरजेंसी ट्रैवल की स्थिति के लिए तत्काल कोटा की सुविधा दी है। हर दिन इस कोटे में कुछ टिकटें अलग से रखी जाती हैं।
इनका किराया सामान्य टिकटों से अधिक होता है, लेकिन कन्फर्म टिकट मिलने की संभावना भी ज्यादा रहती है।
ऐसे में अगर अचानक यात्रा करनी हो और जनरल बुकिंग से टिकट न मिले तो तत्काल टिकट सबसे बेहतर विकल्प साबित होता है।
प्रीमियम तत्काल का विकल्प
अगर समय और भी कम हो और तत्काल टिकट भी उपलब्ध न हो तो प्रीमियम तत्काल कोटा एक और रास्ता देता है।
इस कोटे में टिकट की कीमत थोड़ी अधिक होती है, लेकिन कन्फर्म मिलने की संभावना लगभग पक्की रहती है।
इसकी बुकिंग ऑनलाइन पोर्टल और रेलवे स्टेशन दोनों से की जा सकती है। यह सुविधा उन यात्रियों के लिए बनाई गई है, जिन्हें सीमित समय में यात्रा करनी होती है।
RAC टिकट पर सफर का अधिकार
रेलवे ने रिजर्वेशन अगेंस्ट कैंसलेशन (RAC) टिकट का विकल्प भी रखा है। अगर आपका टिकट RAC में है तो आप ट्रेन में सफर कर सकते हैं।
इस स्थिति में आपको बर्थ शेयर करनी होती है। शुरुआत में थोड़ी असुविधा हो सकती है, लेकिन जैसे ही कोई यात्री अपनी टिकट कैंसिल करता है,
RAC अपने आप फुल बर्थ में बदल जाता है। इस तरह यात्रियों को सफर के दौरान आरामदायक सीट मिलने की संभावना बनी रहती है।
चार्ट बनने के बाद भी होती है उम्मीद
कई बार ऐसा होता है कि ट्रेन का चार्ट बनने के बाद भी कुछ सीटें खाली रह जाती हैं। रेलवे इन सीटों को करंट बुकिंग या वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों को अलॉट कर देता है।
इसलिए यात्रा के दिन आखिरी समय तक अपने टिकट का स्टेटस चेक करते रहना जरूरी है।
अक्सर देखा गया है कि लोगों को अंतिम पलों में कन्फर्म टिकट मिल जाता है और वे आराम से यात्रा कर पाते हैं।
जनरल टिकट से यात्रा का विकल्प
अगर ऊपर बताए गए सभी विकल्प काम न आएं तो यात्री जनरल टिकट लेकर भी यात्रा कर सकते हैं।
हालांकि इस स्थिति में उन्हें बिना रिजर्वेशन वाले डिब्बे में सफर करना पड़ता है। लंबी दूरी के लिए यह तरीका ज्यादा सुविधाजनक नहीं होता,
लेकिन जरूरी परिस्थितियों में काम आता है। फिर भी कोशिश यही होनी चाहिए कि जनरल टिकट पर निर्भर होने से पहले अन्य विकल्प जरूर आज़माएं।