Ukraine: रूस के साथ पिछले 40 महीनों से जारी युद्ध के बीच यूक्रेन में बड़ा राजनीतिक उलटफेर हुआ है। राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने देश की मौजूदा डिप्टी प्रधानमंत्री यूलिया स्विरीडेंको को नया प्रधानमंत्री नामित किया है।
यह फैसला ऐसे समय में लिया गया है जब युद्ध की स्थिति लंबी खिंच गई है और सरकार पर निर्णायक बदलाव की जरूरत महसूस की जा रही थी। स्विरीडेंको अब यूक्रेन की दूसरी महिला प्रधानमंत्री बनेंगी। इससे पहले यूलिया टिमोशेंको इस पद पर रह चुकी हैं।
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Ukraine: विदेशी निवेश को लेकर कई ठोस कदम उठाए
यूलिया स्विरीडेंको पेशे से एक अनुभवी अर्थशास्त्री हैं। राष्ट्रपति जेलेंस्की ने उन्हें एक सशक्त नेता बताते हुए कहा कि वे सरकार की कार्यशैली में आवश्यक बदलाव लाएंगी और युद्धकाल में देश की अर्थव्यवस्था व प्रशासन को मजबूती देंगी।
बतौर उप प्रधानमंत्री रहते हुए उन्होंने आर्थिक विकास और विदेशी निवेश को लेकर कई ठोस कदम उठाए थे। उनकी छवि एक साहसी और कुशल प्रशासक के रूप में बनी है।
डेनिस बने रक्षा मंत्री
वहीं, लंबे समय से प्रधानमंत्री पद संभाल रहे डेनिस शम्हाल को अब यूक्रेन का नया रक्षा मंत्री नामित किया गया है। शम्हाल ने हाल ही में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ एक महत्वपूर्ण खनिज डील को अंजाम दिया था, जिसकी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहना हुई थी।
जेलेंस्की का मानना है कि युद्धकाल में शम्हाल के अनुभव और अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का लाभ सेना की रणनीतियों को मजबूती देने में मिलेगा। उन्हें रक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपना इसी रणनीति का हिस्सा है।
रुस्तम को बनाया गया अगला राजदूत
इसी के साथ मौजूदा रक्षा मंत्री रुस्तम उमेरोव को अमेरिका में यूक्रेन का अगला राजदूत नियुक्त किया जा सकता है। यह कदम अमेरिका और यूक्रेन के बीच राजनीतिक और सैन्य रिश्तों को और गहरा करने की दिशा में देखा जा रहा है।
उमेरोव की अमेरिका में मजबूत पकड़ और समझ, दोनों देशों के बीच रणनीतिक तालमेल को बढ़ाने में मदद कर सकती है। इन सभी नई नियुक्तियों के लिए यूक्रेनी संसद की मंजूरी आवश्यक है।
हालांकि, संसद में राष्ट्रपति जेलेंस्की को मिल रहे समर्थन को देखते हुए यह महज औपचारिकता ही मानी जा रही है। इस फेरबदल को युद्धकालीन नेतृत्व में निर्णायक बदलाव के तौर पर देखा जा रहा है, जो यूक्रेन की नीति और दिशा दोनों को प्रभावित करेगा।