TTD: तिरुमला तिरुपति देवस्थानम ने एक बार फिर हिंदू धार्मिक परंपराओं का उल्लंघन करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए चार कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है।
इन कर्मचारियों पर आरोप है कि वे हिंदू संस्था में कार्यरत होने के बावजूद ईसाई धर्म का पालन कर रहे थे। यह कार्रवाई TTD की सतर्कता शाखा की रिपोर्ट और आंतरिक जांच के आधार पर की गई है।
Table of Contents
TTD: कार्यकारी अधिकारी को भी किया गया सस्पेंड
TTD के अनुसार इन चारों कर्मचारियों में इंजीनियरिंग, आयुर्वेद, नर्सिंग और फार्मेसी विभाग से जुड़े लोग शामिल हैं। इससे पहले 9 जुलाई को सहायक कार्यकारी अधिकारी (AEO) राजशेखर बाबू को चर्च में प्रार्थना करते हुए पकड़ा गया था।
यह मामला सामने आने के बाद TTD ने तुरंत उन्हें भी निलंबित कर दिया था। यह कोई पहली बार नहीं है जब देवस्थानम बोर्ड ने अपने कर्मचारियों के धर्म पालन को लेकर जांच और कार्रवाई की है।
इससे पहले फरवरी 2025 में TTD ने 18 ऐसे कर्मचारियों की पहचान की थी जो मंदिर की धार्मिक परंपराओं के अनुरूप आचरण नहीं कर रहे थे। इनमें से अधिकतर को मंदिर की ड्यूटी से हटा दिया गया और उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की गई।
हिंदू धर्म में आस्था रखें
तिरुमला तिरुपति देवस्थानम ने साफ कर दिया है कि यह संस्था एक धार्मिक ट्रस्ट है, जो विशेष रूप से हिंदू आस्था और परंपराओं के संरक्षण के लिए काम करती है। ऐसे में यहां काम करने वाले कर्मचारियों से यह अपेक्षा की जाती है कि वे भी हिंदू धर्म में आस्था रखें और संस्था की मर्यादाओं का पालन करें।
तिरुमला तिरुपति देवस्थानम के सेवा नियमों में 2007 में बदलाव किया गया था, जिसके तहत अब संस्था में किसी भी गैर-हिंदू व्यक्ति की नई नियुक्ति नहीं की जा सकती। हालांकि, जो लोग इससे पहले नौकरी में आ चुके हैं, उन्हें भी इन नियमों का पालन करना जरूरी है।
अगर कोई कर्मचारी धर्म परिवर्तन करता है या किसी अन्य धर्म का सार्वजनिक रूप से पालन करता है, तो उसे TTD में बने रहना असंभव हो जाता है।
सरकार देगी VRS
TTD प्रशासन का कहना है कि ट्रस्ट की धार्मिक साख को बनाए रखने के लिए यह कदम जरूरी है। संस्था के मुताबिक, सभी कर्मचारियों से शपथ ली जाती है कि वे हिंदू धर्म को मानते हैं और मंदिर की परंपराओं का पालन करेंगे।
अगर कोई इसका उल्लंघन करता है, तो उसे सेवा से हटाना संस्था की मजबूरी बन जाती है। आंध्र प्रदेश सरकार ने भी इस मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए यह स्पष्ट कर दिया है कि ऐसे कर्मचारियों को या तो अन्य सरकारी विभागों में स्थानांतरित किया जाएगा या उन्हें स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) दी जाएगी।
अब तक की कुल कार्रवाई को देखें तो TTD द्वारा धार्मिक अनुशासन के उल्लंघन पर करीब 25 से ज्यादा कर्मचारियों को या तो निलंबित किया गया है या उनके खिलाफ विभागीय जांच चल रही है। यह संदेश साफ है कि धार्मिक संस्थानों में काम करने वालों को वहां की धार्मिक परंपराओं और मर्यादाओं का सम्मान करना अनिवार्य है।