9 जून को शपथ ग्रहण समारोह हुआ जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 72 कैबिनेट मंत्रियों ने शपथ ली। जिनमें पांच मंत्री अल्पसंख्यक की श्रेणी में है। एक केरल, दूसरा अरुणाचल प्रदेश, तीसरा महाराष्ट्र और बाकी बचे दो मंत्री पंजाब से है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इस बार लगातार तीसरी बार बीजेपी की सरकार बनी है। 9 जून को 72 मत्रियों ने शपथ ली। जिनमें 30 मंत्री कैबिनेट का हिस्सा है, 5 स्वतंत्र प्रभार का तो वहीं बाकी बचे 36 नेताओं को राज्य मंत्री का पद सौंपा गया है। फिलहाल अभी किसी भी का डिपार्टमेंट तय नहीं किया गया है।
इस सियासी भगदड़ के बीच अब इस बात पर सभी जगह चर्चा शुरू हो गयी है कि इस बार मोदी सरकार में कितने अल्पसंख्यक मंत्री हैं। आपको बता दें कि इस बार पांच मंत्री अल्पसंख्यक श्रेणी से है, लेकिन मुस्लिम समाज कोई भी मंत्री नहीं चुना गया है। आइये जानते है उन पांच मंत्रियों के बारे में।
रवनीत सिंह बिट्टू
कैबिनेट का हिस्सा बनने वाले पहले अल्पसंख्यक मंत्री है रवनीत सिंह बिट्टू। ये सिख समाज से आते हैं। बता दें कि उन्हें पंजाब के लुधियाना से चुनाव हारने के बाद भी मोदी सरकार में मंत्री बनाया गया है। चुनाव से ठीक पहले ही ये बीजेपी का हिस्सा बने इस से पहले ये कांग्रेस का हिस्सा थी। बिट्टू ने पांच शहरी क्षेत्रों में बढ़त हासिल की लेकिन बीजेपी के खिलाफ किसानों के विरोध के कारण ग्रामीण इलाकों में बिट्टू को हार का सामना करना पड़ा। ये तीन बार कांग्रेस लगातार सांसद रह चुके हैं।
हरदीप सिंह पूरी
कैबिनेट का हिस्सा बनने वाले दूसरे अल्पसंख्यक मंत्री का नाम है हरदीप सिंह पूरी। ये भी सिंह समुदाय से ही आते हैं। बता दें कि पिछली सरकार में वह पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री और आवास और शहरी मामलों के मंत्री के रूप में काम कर रहे थे। पूरी 2014 में बीजेपी का हिस्सा बने और नवंबर में 2020 में उत्तर प्रदेश से राज्यसभा में सांसद बने।
जॉर्ज कुरियन
ईसाई धर्म से आने वाले जॉर्ज कुरियन कैबिनेट के तीसरे अल्पसंख्यक मंत्री है। ये केरल का सबसे बड़ा चेहरा माने जाते हैं। बता दें कि कुरियन न ही राज्यसभा सदस्य है और ना ही लोकसभा सांसद। पहले वो राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष रह चुके हैं। कोट्टायम के रहने वाले कुरियन कि उम्र 63 वर्ष के हैं। वर्तमान में वह भाजपा केरल इकाई के महासचिव हैं। पेशे से वकील कुरियन टीवी-डिबेट्स का एक जाना-पहचाना चेहरा है।
किरेन रिजिजू
कैबिनेट के चौथे मंत्री किरेन रिजिजू बौद्ध समाज से आते हैं। वह अरुणाचल प्रदेश कि पश्चिम सीट से लोकसभा सांसद हैं। इस सीट से किरेन
एक लाख से भी ज्यादा वोटों से जीते है। दी कैबिनेट में वह 2014 से बने हुए हैं और प्रधानमंत्री की ‘Look East Policy’ की एक मजबूत कड़ी माने जाते हैं।
रामदास अठावले
महाराष्ट्र के राजनेता और सामाजिक कार्यकर्ता मदास अठावले बौद्ध धर्म से आते हैं। ये इस कैबिनेट के पांचवे और आखरी अल्पसंख्यक मंत्री हैं। पिछले सरकार में अठावले सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री थे।
अठावले का जन्म 25 दिसंबर 1959 को बॉम्बे राज्य के सांगली जिले के अगलगांव में हुआ ।उनके माता-पिता होंसाबाई बंधु अठावले और बंडू बापू थे। सीमा आठवले उनकी धर्मपत्नी है जिनसे उनको एक बेटा है।
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