The President: कैलिफोर्निया के रेडवुड वन अपने विशाल और प्राचीन वृक्षों के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं। इन्हीं वनों में, सिएरा नेवादा पर्वत की पश्चिमी ढलानों पर खड़ा है एक अद्भुत वृक्ष — “द प्रेसिडेंट”।
यह पेड़ आकार और आयु दोनों में इतना विलक्षण है कि इसे सिर्फ एक वृक्ष नहीं, बल्कि प्रकृति की एक जीवित महाकृति कहना अधिक उचित होगा।
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The President: आकार में विशाल, उम्र में अतुलनीय
The President: “द प्रेसिडेंट” को दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा वृक्ष माना जाता है — आयतन के आधार पर। इसकी ऊँचाई 247 फीट (लगभग 75 मीटर) है, जो हालाँकि सबसे ऊँची नहीं है, लेकिन इसका आयतन लगभग 45,000 क्यूबिक फीट (या 1,278 क्यूबिक मीटर) है।


अगर इसे रोज़मर्रा की चीज़ से तुलना करें, तो यह लगभग 1,27,800 दूध के डिब्बों के बराबर है। पर इसकी ऊँचाई और आकार से भी अधिक प्रभावशाली है इसकी उम्र।
वैज्ञानिकों के अनुसार “द प्रेसिडेंट” की आयु लगभग 3,200 वर्ष है। इस वृक्ष ने मानव इतिहास के कई युगों को चुपचाप देखा है — सभ्यताओं का उदय-पतन, साम्राज्यों का विस्तार, और इंसान की विज्ञान में प्रगति।
यह वृक्ष एक जायंट सिकोइया (विशाल रेडवुड) है, और इसे वर्ष 1923 में अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति वॉरेन जी. हार्डिंग के सम्मान में “द प्रेसिडेंट” नाम दिया गया था।

अब भी जीवंत, अब भी बढ़ता हुआ
The President: चौंकाने वाली बात यह है कि इतनी उम्र और विशालता के बावजूद “द प्रेसिडेंट” आज भी तेज़ी से बढ़ रहा है। हर साल यह वृक्ष एक क्यूबिक मीटर लकड़ी अपने द्रव्यमान में जोड़ता है।
यह विकास न केवल इस वृक्ष की जीवन शक्ति का प्रतीक है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि प्रकृति में निरंतरता और पुनरुत्थान की कैसी अद्भुत क्षमता है।
“द प्रेसिडेंट” सिर्फ एक वृक्ष नहीं है — यह एक जीवंत इतिहास है, एक प्रतीक है धरती की सहनशीलता और धैर्य का। यह हमें याद दिलाता है कि प्रकृति को सहेजना और उसका आदर करना न केवल हमारी ज़िम्मेदारी है, बल्कि हमारी विरासत की सुरक्षा भी है।
आइए इस जीवंत धरोहर की रक्षा के लिए हम सभी संकल्प लें — ताकि आने वाले हज़ारों वर्षों तक भी यह पेड़ ऐसे ही खड़ा रहे, हमें प्रकृति की शक्ति और सौंदर्य की याद दिलाता हुआ।
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