Tej Pratap Yadav controversy: बिहार की सियासत में लालू यादव का परिवार एक ऐसा नाम है, जो कभी सत्ता की बुलंदियों पर रहा तो कभी विवादों के साए में घिर गया।
अब एक बार फिर यह परिवार सुर्खियों में है, और वजह है लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव की एक चौंकाने वाली सोशल मीडिया पोस्ट।
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12 सालों से अनुष्का के साथ
तेज प्रताप ने दावा किया कि वह पिछले 12 सालों से अनुष्का यादव नाम की एक महिला के साथ रिश्ते में हैं। हालांकि, कुछ ही समय में यह पोस्ट डिलीट कर दी गई।
तेज प्रताप ने सफाई देते हुए कहा कि उनका अकाउंट हैक हो गया था, लेकिन तब तक बात फैल चुकी थी और पार्टी ने भी सख्त रुख अपनाते हुए उन्हें 6 सालों के लिए राष्ट्रीय जनता दल से निष्कासित कर दिया।
यह कोई पहली बार नहीं है जब लालू यादव का परिवार विवादों में घिरा हो। उनके परिवार का नाम ऐसे कई मामलों में आया है जिन्हें आज भी लोग नहीं भूले हैं। आइए, नजर डालते हैं उन पांच सबसे बड़े विवादों पर, जो इस परिवार की छवि पर गहरा असर डाल चुके हैं।
Tej Pratap Yadav controversy: 90 के दशक का वो घोटाला जो आज भी पीछा नहीं छोड़ता
जब बिहार की सियासत पर लालू यादव का बोलबाला था, तब एक ऐसा घोटाला सामने आया जिसने पूरे देश को हिला दिया। यह था चारा घोटाला, जिसमें करीब 900 करोड़ रुपए का फर्जीवाड़ा सामने आया।
आरोप था कि पशुपालन विभाग के नाम पर फर्जी बिल बनाकर यह रकम निकाल ली गई। नतीजतन, 1997 में लालू यादव को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा।
यह मामला कोर्ट-कचहरी से लेकर जेल तक पहुंचा और लालू के राजनीतिक सफर में एक गहरा धब्बा बन गया।
बिहार में कानून नहीं, खौफ का राज?
जब 1990 में लालू यादव ने पहली बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, तब उम्मीदें तो बहुत थीं, लेकिन वक्त के साथ बिहार की कानून-व्यवस्था सवालों के घेरे में आ गई।
उन पर आरोप लगने लगे कि उनके कार्यकाल में अपराधियों को खुली छूट मिल गई है और राज्य में ‘जंगलराज’ फैल गया है।
यह छवि इतनी मजबूत हो गई कि विपक्ष इसे चुनावी मुद्दा बनाने लगा और लालू का नाम कानून-व्यवस्था से जुड़ी नाकामियों के साथ जुड़ता चला गया।
ज़मीन के खेल में नाम आया लालू परिवार का
साल 2017 में एक और बड़ा विवाद सामने आया, जब लालू यादव के पूरे परिवार पर बेनामी संपत्ति के आरोप लगे। इनकम टैक्स और ईडी ने दावा किया कि राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव, मीसा भारती और अन्य परिवारजन ने अवैध तरीके से जमीनें खरीदीं।
दिल्ली से लेकर पटना तक इस मामले की गूंज सुनाई दी। जांच एजेंसियों ने कई संपत्तियों पर छापे मारे और परिवार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे। यह प्रकरण लालू परिवार के लिए एक और बड़ा झटका था।
मीसा भारती का फार्महाउस बना सवालों का केंद्र
लालू यादव की बड़ी बेटी मीसा भारती भी इस विवाद से अछूती नहीं रहीं। प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली स्थित उनके फार्महाउस पर छापा मारा। आरोप था कि इस संपत्ति को शेल कंपनियों के जरिए खरीदा गया है।
यह भी एक बेनामी सौदा है। मामला अदालत तक पहुंचा और मीसा भारती की छवि पर सवाल उठने लगे। यह प्रकरण परिवार पर लगे आरोपों को और पुख्ता करने वाला बन गया।
तेज प्रताप: राजनीति से ज्यादा निजी जिंदगी की वजह से चर्चा में
तेज प्रताप यादव का नाम अगर किसी बात के लिए सबसे ज्यादा चर्चा में रहा है, तो वह है उनका निजी जीवन। पत्नी ऐश्वर्या राय से तलाक का मामला लंबे समय से सुर्खियों में है। उनका राजनीतिक करियर भी विवादों से अछूता नहीं रहा।
कभी बयानबाजी, कभी पार्टी के नेताओं से टकराव और अब अनुष्का यादव के साथ रिश्ते का दावा—तेज प्रताप लगातार खबरों में बने रहते हैं, लेकिन ज्यादातर बार वजह सकारात्मक नहीं होती।
लालू यादव का परिवार बिहार की राजनीति में दशकों से एक अहम किरदार निभाता रहा है, लेकिन समय-समय पर उठे विवादों ने इस परिवार की साख को गंभीर नुकसान पहुंचाया है।
चाहे वह चारा घोटाला हो, बेनामी संपत्ति के मामले या फिर व्यक्तिगत विवाद इन सबने मिलकर यह दिखाया है कि सियासत में पारिवारिक प्रतिष्ठा को बनाए रखना जितना जरूरी है, उतना ही मुश्किल भी।
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