SAT Exam: ये एक टेस्ट है जो आपको विदेश के colleges में एडमिशन लेने के लिए देना होता है। ये टेस्ट आपको अमेरिका जैसे बड़े देशों में एडमिशन पाने के लिए देना होता है। आइये जानते हैं की ये एग्जाम इतना खास क्यों है की शिक्षा मंत्री ने भी इसे आयोजित करवाने के जिक्र किया।
SAT Overview : SAT का फुल फॉर्म है, “स्कॉलेस्टिक एप्टीट्यूड टेस्ट”। इस टेस्ट को कराने का उद्देशय ये है कि अमेरिका, यूरोप जैसे बड़े देशों में पढ़ने के लिए छात्र/ छात्रा पात्र भी है या नहीं। इस एग्जाम को पास करने के बाद ही आप विदेश में एडमिशन लेने योग्य माने जाते हैं। हर साल करोड़ों की संख्या में स्टूडेंट्स इस एग्जाम में भाग लेते हैं, और हमारे भारत के कई स्टूडेंट्स इसे पास करके विदेशों के कॉलेज में एडमिशन भी लेते हैं।
शिक्षा मंत्री ने भी SAT का किया जिक्र
नीट-यूजी जैसी बाद परीक्षाओं में गड़बड़ी के बाद शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने SAT जैसा एग्जाम पैटर्न अपनाने की बात कही । उनका कहना है कि अमेरिका जैसे बड़े देशों में SAT की परीक्षा को जो पैटर्न है भारत में भी परीक्षाओं के इसी पैटर्न को अपनाना चाहिए। आइये आज इस एग्जाम के बारे में थोड़ा डिटेल में जानते हैं।
SAT की परीक्षा देने से कौन से देशों में मिलता है एडमिशन
इस एग्जाम को क्लियर करने से यूएस, कनाडा, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, इटली जैसे बड़े देशों के दरवाजे आपके लिए खुल जाते हैं। इस परीक्षा को कॉलेज बोर्ड नाम का इंस्टिट्यूट आयोजित करवाता है। पिछले साल (2023) में इस परीक्षा को पूरी तरह से डिजिटल पर शिफ्ट कर दिया गया है। पहले ये पेन – पेपर पर ही होती थी।
एग्जाम में परखी जाती हैं ये तीन गुणवत्ताएं
इस एग्जाम में मुख्य रूप से आपकी तीन गुणवत्ताओं का परखा जाता है। वो गुणवत्ताएं हैं रीडिंग, राइटिंग और मैथ्स। सभी सवाल एमसीक्यू टाइप होते हैं, और क्यूंकि ये एक जनरल टेस्ट है तो इसमें आपका बेसिक आईक्यू परखा जाता है। लेकिन आपको विशेष रूप से मैथ्स की जानकारी होना जरुरी है क्यूंकि उसके बिना ये परीक्षा आप पास नहीं कर सकते और आपका जो विदेश जाने का सपना है वो सपना ही रह जायेगा।
परीक्षा से जुड़ी कुछ जरुरी जानकारी
ये परीक्षा भारत के करीब 92 सेंटर्स में साल में 7 बार होती है। ये एग्जाम ब्लूबुक नाम को एक एप्लीकेशन पर कंडक्ट किया जाता है। सभी कैंडिडेट्स अपना लैपटॉप, या टेबलेट लेकर सेंटर पर जाते हैं। इस एग्जाम की अवधि है 2 घंटे 14 मिनट है। इस परीक्षा में 98 सवाल होते हैं जिसमें से 54 रीडिंग और राइटिंग सेक्शन के होते हैं वही बाकी 44 मैथ्स के होते हैं। दोनों सेक्शन को 800 मार्क्स में डिवाइड क्या गया है यानि 800+800 = 1600 मार्क में से आपकी स्कोरिंग होती है।
एलिजिब्लिटी क्राइटेरिया :
प्लस 2 पास करना अनिवार्य है और कैंडिडेट की उम्र 17 साल से ऊपर होनी चाहिए। बाकी अधिकतम आयु का कोई क्राइटेरिया नहीं है।
11 -12वीं के स्टूडेंट्स ये एग्जाम दे सकते हैं। एडमिशन के समय आपके पास 12वीं की मार्कशीट होनी चाहिए। नंबर ऑफ अत्तेम्प्ट्स की कोई लिमिट नहीं है। अगर आपको किसी अच्छे इंडियन कॉलेज में एडमिशन चाहिए तो इस एग्जाम के बेस पर आपको यहां भी एडमिशन मिल जायेगा।
कैसे होती है स्कोरिंग
हर सेक्शन को 200 से 800 के स्केल को ध्यानमें रखते हुए स्कोरिंग की जाती है। परीक्षा के दो से तीन हफ्ते बाद ही रिजल्ट जारी कर दिया जाता है। इस परीक्षा कठिन माना जाता है पर अच्छी तैयारी से इसे आसानी से पास किया जा सकता है।
अधिक जानकारी के लिए विजिट करें ये websites
ये एग्जाम हर साल मार्च, मई, जून, अगस्त, अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर में भारत में आयोजित किया जाता है। आपको अगर और डिटेल और तारीखों के बारे में अपडेट जाननी है तो आप sat.collegeboard.org पर जा सकते हैं। इसके साथ ही satsuite.collegeboard.org पर भी आपका जानकारी मिल जाएगी।
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